Pahaad Connection
Breaking News
Breaking Newsउत्तराखंड

धनतेरस पर क्यों जलाया जाता है यम दीपक

Advertisement

देहरादून। सनातन धर्म में पांच दिवसीय पर्व दिपोत्सव की शुरुआत धनतेरस से होती है। इस दिन सोना-चांदी, बर्तन के समेत कुछ वस्तुओं खरीदना बेहद शुभ माना जाता है। इस साल धनतेरस 29 अक्टूबर को धनत्रयोदशी यानी धनतेरस है। धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी, गणेशजी, कुबेर देवता, धन्वंतरि देव की पूजा की जाती है। इसके साथ ही धनतेरस पर यम का दीपक जलाने बहुत जरुरी माना जाता है। धनतेरस के दिन घर के मुख्यद्वार पर चौमुखी दीपक जलाना शुभ होता है। माना जाता है कि धनतेरस के दिन सरसों के तेल में रुई की बाती डालकर दक्षिण दिशा में आटे का दीपक जलाने से यमराज प्रसन्न होते हैं और घर में सुख-शांति और आरोग्यता का वरदान देते हैं। जानें यम दीपक जलाने की विधि और इसका महत्व।

यम दीपक कैसे जलाएं?

Advertisement

धनतेरस के दिन घर पर आप आटे का चौमुखा दीपक जलाएं और इसमें सरसों का तेल भर दें। फिर दीपक में रुई से बनी हुई 4 बाती लगाकर घर के दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके दीपक जला दें। धनतेरस के दिन दीपदान और पूजा के शुभ मुहूर्त रहेगा। धनतेरस पर पूजा का शुभ मुहूर्त शाम को 6 बजकर 30 मिनट से लेकर रात 08 बजकर 13 मिनट तक रहेगा।

धनतेरस पर क्यों जलाया जाता है यम दीपक?

Advertisement

इस दिन मां लक्ष्मी, कुबेर देवता, गणेशजी, धन्वंतरि देव के साथ ही यमराज की भी पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, धनतेरस के दिन यम देवता की पूजा करने और उनके लिए दीपदान करने से अकाल मृत्यु का भय समाप्त हो जाता है। दक्षिण दिशा के स्वामी मृत्यु के देवता यम को माना जाता है। इसी वजह से दक्षिण दिशा में आटे से बना चौमुखी दिया जलाया जाता है। अगर आप धनतेरस के दिन दक्षिण दिशा में आटे से बना चौमुखी दिया जलाते हैं, तो यमराज की कृपा बनी रहती है सुख-शांति और आरोग्य का आशीर्वाद की प्राप्ति होती है।

 

Advertisement

 

 

Advertisement

 

 

Advertisement
Advertisement

Related posts

अर्धसैनिक बलों ने कस्बा गौचर में किया फ्लैग मार्च

pahaadconnection

उप निरीक्षक रमेश सिंह सामन्त को दी ससम्मान भावभीनी विदाई

pahaadconnection

मार्च में मिलेगा भाजपा को नया प्रदेश अध्यक्ष

pahaadconnection

Leave a Comment