देहरादून।उत्तराखंड में नगर निकाय चुनाव के बाद अब त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तारीख तय होने के बाद फिलहाल हाईकोर्ट ने चुनाव पर आरक्षण को लेकर रोक लगाई है लेकिन सरकार चुनाव को लेकर के पूरी कसरत कर चुकी है,उम्मीद है की हाईकोर्ट की ओर से भी चुनाव को लेकर दिशा निर्देश जारी हो जाएंगे। अलबत्ता सीटों के आरक्षण को लेकर अब सबकी नजरें हाईकोर्ट पर टिकी हुई हैं। उत्तराखंड में नगर निकाय के बाद अब 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पूर्व त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को चुनावी गणित के हिसाब से सेमीफाइनल के तौर पर माना जा रहा है, राज्य के दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा व कांग्रेस अपने-अपने ढंग से चुनावी रणनीति बनाने में जुटी हुई है और पूरे मजबूती से ताल ठोक रही है। फाइनल खेल के मैदान में 2027 को लेकर भाजपा और कांग्रेस अभी से कसरत शुरू करने में जुटी दिखाई दे रही है। इसी कसरत के तहत भाजपा व कांग्रेस कई सीटों से अपने पुराने प्रत्याशियों को हटाकर नए चेहरों पर दांव लगा सकती है। इसी में बद्रीनाथ जैसी विधानसभा की सीट प्रमुख रूप से मानी जा रही है गौरतलब है कि 2022 में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में बद्रीनाथ विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में राजेंद्र भंडारी ने भाजपा प्रत्याशी को हराया था हालांकि बीच में ही राजेंद्र भंडारी के भाजपा का दामन थाम लेने के बाद इस सीट पर हुए मध्यावधि चुनाव में सत्तारूढ़ दल होने के बाद भी भाजपा प्रत्याशी के रूप में राजेंद्र भंडारी को हार का मुंह देखना पड़ा और जनता ने कांग्रेस के प्रत्याशी लखपत बुटोला पर अपनी मोहर लगाई थी। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि प्रदेश के 70 विधानसभा सीट में कई विधानसभाओं से मौजूदा विधायकों के टिकट कटने के आसार हैं। राजनीतिक दल 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में मौजूदा सांसदों का टिकट काटकर अपने नए प्रत्याशियों पर दांव लगाकर जीतने में कामयाब रही है। इन सबके बीच बद्रीनाथ विधानसभा से सीमांत क्षेत्र माना बद्रीनाथ के रहने वाले रिटायर्ड आईएफएस अधिकारी के रूप में बीडी सिंह का नाम इन दिनों चर्चाओं में है। लंबे समय तक वन सेवा के अधिकारी के साथ ही करीब 10 वर्षों तक बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति में मुख्य कार्याधिकारी के रूप में बीडी सिंह का कार्यकाल लोकप्रिय व अनूठा माना जाता है। दोनों ही राजनीतिक दल बीडी सिंह को अपना प्रत्याशी बनाकर 2027 के विधानसभा चुनाव में उतारने की फिराक में है। लंबे समय तक बद्रीनाथ विधानसभा का प्रतिनिधित्व करने वाली उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में कैबिनेट मंत्री रहे केदार सिंह फोनिया की ही तर्ज पर बीडी सिंह को बद्रीनाथ विधानसभा में मजबूत प्रत्याशी के रूप में आंका जा रहा है,भाजपा व कांग्रेस 2027 में किस सीट पर किस चेहरे को उतारती है यह तो भविष्य के गर्भ में है लेकिन बीडी सिंह अपने सेवाकाल से ही कुशल व्यवहार के तौर पर चमोली में पहचाने जाते हैं।
2027 के चुनावी मैदान में बदरीनाथ से उतारे जा सकते हैं बीडी सिंह
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