चमोली। गौचर मेले में परिजनों से बिछडे 7 वर्षीय हर्षित का सहारा बने चमोली पुलिस के जवान। गौचर मेले की रौनक और लोगों की भीड़ के बीच मेला थाना में ड्यूटी पर नियुक्त पुलिस कर्मियों को रुद्रप्रयाग निवासी 7 वर्षीय हर्षित रोता हुआ मिला। जो अपने माता-पिता से बिछड़ गया था। डर और घबराहट से रोते-रोते उसकी आवाज़ बैठ गयी थी, पूछने पर भी वह कुछ भी स्पष्ट नही बता पाया। ऐसे में, पुलिस कर्मियों ने इस मासूम को संभाला-उसे प्यार से गोद में उठाया, दोस्ती बढ़ाने के लिए आइसक्रीम खिलाकर शांत करने की कोशिश की। आइसक्रीम मिलने के साथ हर्षित की आँखों और चेहरे पर मुस्कान लौट आयी। जिससे पुलिस कर्मियों ने भी राहत की साँस ली। इसके बाद पुलिस टीम ने लगातार अनाउंसमेंट किए, भीड़ में खोजबीन की और उसके माता-पिता को काफी प्रयासों के बाद ढूँढ निकाला। पुलिस टीम ने जब हर्षित को माँ श्रीमती रूपा के सुपुर्द किया तो उन्होने उसे कसकर सीने से लगा लिया। बेटे को सुरक्षित देख माँ की आँखें भी नम हो गईं। खुशी मिश्रित नम आँखों से पुलिस कर्मियों का आभार व्यक्त करते हुए हर्षित अपनी माँ के साथ अपने गन्तव्य को रवाना हुआ।
परिजनों से बिछडे बच्चे का सहारा बने चमोली पुलिस के जवान
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