Pahaad Connection
Breaking News
Breaking Newsउत्तराखंड

गरीबों के कल्याण एवं सशक्तिकरण के लिये प्रतिबद्ध है राज्य सरकार

Advertisement

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने काशीपुर में 28.63 करोड़ की 24 विभिन्न विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलांयास किया। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के लाभार्थी आधारित नवनिर्मित 335 आवासों का लोकार्पण कर प्रतिकात्मक रूप से पांच लाभार्थियों को आवास की चाबी प्रदान की। मुख्यमंत्री ने इस योजना के तहत 1061 लाभार्थियों को प्रथम किस्त के रूप में दी जाने वाली धनराशि के तहत पांच लोगों को प्रथम किश्त की धनराशि तथा आवास आवंटन पत्र सौंपे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत पांच लोगों को 50-50 हजार की धनराशि के चेक भी प्रदान किये। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि गिरीताल का सौंदर्यकरण किये जाने तथा गिरीताल का प्रबन्धन नियमित रूप से कुमाऊॅ मण्डल विकास निगम को सौंपने पर विचार किया जाएगा। नगर निगम काशीपुर के अन्तर्गत ढेला नदी से चलतीकरण, मानपुर की सैनिक फार्म कॉलोनी, सिल्वर सिटी की आबादी को बचाने के लिए बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य किये जाने, काशीपुर नगर निगम के पश्चिमी भाग स्थिति आवासी जीर्ण क्षीण आवासीय भवन को ध्वस्त करके सॉपिंग कॉम्पलेक्स, पार्किंग रेस्टोरेंट एवं आवास का निर्माण किये जाने, नगर निगम स्थित डेस्क ऑफिस तथा दुकानों की छत पर हॉल का निर्माण किये जाने, टांडा तिराहा एवं चौती चौराहे के पास 8 सीटर एस्पीरेशनल टॉयलेट कॉम्पेक्स का निर्माण किये जाने की घोषणा की।  कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने नगर निगम काशीपुर की महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए स्टालों पर प्रदर्शित उत्पादों का भी अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जिन विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया है, इनसे इस क्षेत्र के लोगों को लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम सर्वश्रेष्ठ उत्तराखंड बनाने के लिए अपने ‘विकल्प रहित संकल्प’ को पूर्ण करने हेतु अग्रसर हैं और ये परियोजनाएं उस संकल्प को पूर्ण करने में सहायक सिद्ध होंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का यह कार्यक्रम इसलिए भी विशेष है, क्योंकि एक ओर जहां आज प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 335 आवासों का लोकार्पण किया गया है, वहीं दूसरी ओर 1061 लाभार्थियों को पहली किश्त भी जारी की गई है। उन्होंन स्वयं के घर की मालकिन बनी महिलाओं को स्वयं का घर सौंपने को पुण्य का कार्य बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब एक गरीब को घर मिलता है, तो उसके जीवन में स्थिरता आती है और वो एक नई उम्मीद के साथ अपने जीवन में आगे बढ़ता है। इसीलिए गरीबों को अपना पक्का घर देने का हमारा ये अभियान सिर्फ एक सरकारी योजना मात्र नहीं है, ये प्रदेश के एक-एक वंचित को इस बात का विश्वास देने की प्रतिबद्धता है कि सरकार उनके सशक्तिकरण के लिए दृढ़ संकल्पित है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हमारी सरकार हर गरीब तक पहुंचने का काम कर रही है। विकास कार्यों और लाभार्थियों की सहायता करते समय हमारी सरकार न किसी गरीब की जाति देखती है और न ही किसी गरीब का धर्म। हमारी सरकार गरीबों को समर्पित है, इसलिए गरीब की आवश्यकताओं को भली भांति समझती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में देश में पिछले 9 वर्षों में करीब 4 करोड़ से अधिक पक्के घर गरीब परिवारों को मिल चुके हैं, इनमें से करीब 70 प्रतिशत घर महिलाओं के नाम पर हैं। 2014 से पहले देश में शहरी आवास योजनाओं के तहत सिर्फ 13 लाख मकान ही मंजूर किए थे और इसमें से भी केवल 8 लाख मकान ही बनाए थे। यह इस बात का सबूत है कि जब कोई सरकार ‘अंत्योदय’ को अपना ध्येय मानकर कार्य करती है तो परिणाम कितने अलग होते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सेवा और सुशासन के आधार पर देश में विकास की एक नई परिभाषा लिखने का कार्य किया है। देश में जिस स्तर पर शोषितों और वंचितों का आज सशक्तिकरण हो रहा है वैसा आज से पहले कभी नहीं हुआ। प्रधानमंत्री जी से प्रेरणा पाकर और उनके ही मार्गदर्शन में, उत्तराखंड में भी विकास के एक नए युग का सूत्रपात हो चुका है। आज प्रदेश के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने और राज्य को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अनेकों कार्य किये जा रहे हैं। प्रदेश में हर स्तर पर कनेक्टिविटी को सुधारा जा रहा है, उद्योगों के विकास पर बल दिया जा रहा है और भविष्य की आवश्यकताओं को केंद्र में रख कर नीतियां बनाई जा रही हैं। हमारे शहर अब तेजी से आर्थिक गतिविधियों का केंद्र बन रहे हैं और इसी के दृष्टिगत हम निरंतर अपने शहरों को भविष्य के लिए तैयार कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने 21वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखंड का दशक बताया हैं और हमें अब अपनी पूरी क्षमता लगा कर उनके इस कथन को सत्य सिद्ध कर के दिखलाना है। हमें ‘चरैवेति चरैवेति’ के मूल मंत्र को अपना कर, विकास को गति देते हुए सर्वश्रेष्ठ उत्तराखंड के ’’विकल्प रहित संकल्प’’ को सिद्ध करना ही है। भारत के इस अमृत काल में हमारे इस संकल्प को आप सभी के एकनिष्ठ प्रयासों के बिना सिद्ध नहीं किया जा सकता है। उन्होंने इस लक्ष्य की प्राप्ति में सभी से सहयोग की अपेक्षा की। हम सब जुटें, सब जुड़ें और सब मिल कर आगे बढ़ें, तभी हम उत्तराखण्ड को देश का विकसित एवं अग्रणी राज्य बनाने में सफल होंगे। इस अवसर पर विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, मेयर ऊषा चौधरी, अध्यक्ष अनुसूचित जाति आयोग मुकेश कुमार, जिलाधिकारी उदयराज सिंह, एसएसपी मंजूनाथ टीसी, नगर आयुक्त विवेक राय सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

 

Advertisement

 

 

Advertisement
Advertisement

Related posts

विंटर सीजन में बेर का सेवन करने से मिलते हैं अनेक लाभ, जाने विस्तार से

pahaadconnection

उत्तराखंड में पर्यटन के क्षेत्र में असीम संभावनाएं : राज्यपाल

pahaadconnection

सासंद राज्य सभा ने सदन मे उठाया पहाड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन का मुद्दा

pahaadconnection

Leave a Comment