देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष संगठन, प्रशासन मथुरा दत्त जोशी ने बताया कि 16 अक्टूबर को जनपद उधमसिंनगर के सितारगंज में किसानों की मांगों को लेकर प्रदेश कांग्रेेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, विधायक तिलकराज बेहड़, आदेश चौहान, गोपाल सिंह राणा, सुमित हृदयेश, जिला, महानगर, ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षगणों के संयुक्त नेतृत्व में प्रदर्शन किया जायेगा।
वहीं 16 अक्टूबर को ही जनपद हरिद्वार में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, विधायक ममता राकेश, फुरकान अहमद, रवि बहादुर, अनुपमा रावत, बिरेन्द्र जाति, जिला/महानगर एवं ब्लाक कांग्रेस कमेेटियों के संयुक्त नेतृत्व में प्रदर्शन किया जायेगां।
प्रदर्शन के उपरान्त जिलाधिकारी के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा जायेगा। मथुरा दत्त जोशी ने बताया कि कांग्रेस पार्टी आपदा पीडित किसानों को महंगाई के अनुरूप उनके नुकसान का आकलंन कर उचित मुआवजा दिये जाने, किसानों को गन्ना का मूल्य मंहगाई के अनुरूप बढ़ाया जाने, आपदा के दौरान का विद्युत बिल माफ किये जाने, किसानों के गन्ने का पिछली बकाया राशि का शीघ्रताशीघ्र भुगतान किये जाने, धान खरीद में की जा रही अनियमितता जैसे अनेक मुद्दों पर जोरदार प्रदर्शन करेगी। करन माहरा ने कहा 2014-19 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने देश की जनता को अच्छे दिनों का लोभ देकर, झूठे वायदे कर सत्ता हथियाने का काम किया था। परन्तु 10 वर्ष बीत जाने के बाद भी देश की जनता के साथ जो वादे किये थे वह आजतक एक भी पूरे नही हुए है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा माहरा ने कहा कि किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य नही मिल पा रहा है। किसान ऋण तले दबता जा रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने कहा था कि यदि हमारी सरकार आई तो किसानों का ऋण माफ करने के साथ ही उन्हेें व्याज मुक्त ऋण दिया जायेगा, परन्तु सरकार अपने इस वायदे से विमुख हुई है। उन्होेंने कहा कि किसान अन्नदाता है और कांग्रेस ने सदैव किसानों की हक की लड़ाई सदन से लेकर सड़क तक लड़ी है और यह सिलसिला तब तक चलता रहेगा जब तक किसानों को न्याय नही मिल जाता। करन माहरा ने कहा कि मोदी ने देश की जनता के साथ जो वादे किये थे उनमें से एक भी वादा पूरा नही किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा की करनी और कथनी को देश की जनता समझ़ चुकी है। करना माहरा ने कहा भाजपा पिछले लोकसभा चुनाव में बडे- बडे़ वादे कर सत्ता में आई थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सपनों का एक माया जाल बुना था, जिसमें वह सफल भी हुए थे। उन्होंने कहा कि देश की जनता को 15 लाख देने का वादा किया था। परन्तु अपने हर चुनावी वादे में नाकाम साबित होने के बाद देश में बढ़ते आक्रोश को समाप्त करने के लिए नरेन्द्र मोदी जी ने बिना किसी तैयारी एवं जानकारी के नोटबन्दी का फैसला भारत की जनता के ऊपर थोप दिया। उन्होंने कहा कि मोदी ने नोटबन्दी को देश भक्ति से जोड़कर अपने इस गलत फैसले पर उठने वाले सवालों को दबाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि भाजपा का सिद्वान्त शुरू से ही जबाव देही से बचने का रहा है।