मुनस्यारी। सीमांत तहसील के दरांती, दुम्मर तथा दरकोट गांव को “मुर्गी विलेज” बनाएं जाने के क्रम में आज पशुपालन विभाग की मदद से 60 लाभार्थियों को मुर्गी के चूजे, दाना, दवाई तथा जाली जिपंस जगत मर्तोलिया के माध्यम से वितरित किया गया।इस अवसर पर लाभार्थियों से मुर्गी पालन को व्यवसाय के रूप में तब्दील किए जाने की अपील की गई। उन्होंने अधिकारियों से “एक गांव एक उत्पाद” पर कार्य योजना बनाने के लिए भी कहा। ताकि स्वरोजगार को हम हर गांव में स्थापित कर सकें। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया द्वारा ग्राम पंचायत दरांती, दुम्मर तथा दरकोट को मुर्गी विलेज के रूप में पहचान बनाने के लिए योजना तैयार की गई है। इस क्रम में एसबीआई आरसीटी पिथौरागढ़ द्वारा इन लाभार्थियों को पूर्व में प्रशिक्षित किया गया है। पशुपालन विभाग द्वारा आज इन लाभार्थियों को जिला योजना के अंतर्गत सामग्री निशुल्क वितरित की गई। खंड विकास अधिकारी कार्यालय को भी इस योजना से जोड़ा गया है। मनरेगा के तहत इन लाभार्थियों के लिए मुर्गी बाड़ा का भी निर्माण कराया जाएगा। पशुपालन विभाग तथा विकासखंड कार्यालय के कार्मिक समय समन्वय स्थापित करते हुए मॉनिटरिंग का कार्य करेगा। ताकि एक-एक लाभार्थी की सक्सेस स्टोरी सामने आ सके। जिला योजना अंतर्गत पशु चिकित्सालय मुनस्यारी क्षेत्रांतर्गत ग्राम दरकोट, दुम्मर एवं दराती के 60 लाभार्थियों को बैकयार्ड कुक्कुट इकाई का वितरण किया गया। पशुचिकित्सा के मुनस्यारी के फार्मासिस्ट निरंजन वर्मा, एमवीयू के प्रभारी डॉक्टर मनीष कुमार तथा मैत्री कार्यकर्ता बबलू रावत द्वारा उक्त वितरण में सहयोग किया गया। जिला पंचायत सदस्य जगत सिंह मर्तोलिया ने लाभार्थियों को पशुपालन विभाग द्वारा दी गई उक्त सामग्री वितरित की गई। उन्होंने कहा कि “एक गांव एक उत्पाद” की विजन पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने लाभार्थियों से इस विजन का महत्व समझते हुए ईमानदारी के साथ मुर्गी विलेज के सपने को साकार करने के लिए कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने सहयोग के लिए जिलाधिकारी तथा मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी का आभार प्रकट किया। इस अवसर पर दरकोट की ग्राम प्रधान सावित्री पांगती,सामाजिक कार्यकर्ता बबलू लोहानी ,भारतीय स्टेट बैंक के वरिष्ठ अधिकारी प्रेम सिंह बरफाल, एनआरएलएम के बी.एम.एम. खगेंद्र सिंह मेहरा आदि उपस्थित रहे।