उत्तराखंड बना वैदिक विवाह का वैश्विक मंच, त्रिजुगीनारायण
उत्तराखंड का पवित्र धाम त्रिजुगीनारायण, जहां भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था, अब दुनिया भर के जोड़ों के लिए एक आदर्श डेस्टिनेशन वेडिंग स्थल बनता जा रहा है। रुद्रप्रयाग जनपद स्थित यह तीर्थस्थल सनातन परंपराओं में रच-बसकर, आधुनिक युग की वैवाहिक धारणाओं को भी एक पवित्र रूप दे रहा है।
विदेशी जोड़े भी ले रहे हैं सात फेरे
देश ही नहीं, विदेशों से भी लोग त्रिजुगीनारायण पहुंचकर वैदिक रीति-रिवाजों से विवाह रचा रहे हैं। क्षेत्र की वेडिंग प्लानर रंजना रावत बताती हैं कि सिंगापुर में कार्यरत भारतीय मूल की डॉक्टर प्राची, मई में यहां विवाह के लिए आ रही हैं। वे जीएमवीएन टीआरएच में ठहराव कर विवाह संपन्न करेंगी।
2025 के शुरुआती चार महीनों में ही यहां 500 से अधिक विवाह संपन्न हो चुके हैं, जबकि पूरे 2024 में यह आंकड़ा 600 था।
बॉलीवुड से इसरो तक – त्रिजुगीनारायण की ख्याति
यहां विवाह करने वालों में कई जानी-मानी हस्तियां भी शामिल रही हैं —अभिनेत्री चित्रा शुक्ला, कविता कौशिक, निकिता शर्मा,गायक हंसराज रघुवंशी, यूट्यूबर आदर्श सुयाल,लोकगायक सौरभ मैठाणी
और यहां तक कि इसरो के एक वैज्ञानिक भी त्रिजुगीनारायण में पवित्र अग्नि के साक्षी बने।
यहां विवाह वैदिक रीति-रिवाजों से होता है। मंदिर के पुजारी सच्चिदानंद पंचपुरी के अनुसार, विवाह से पूर्व रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है और माता-पिता या अभिभावकों की उपस्थिति जरूरी मानी जाती है। मंदिर परिसर में विशेष वेदी पर विवाह होता है और इसके बाद अखंड ज्योति के समक्ष पग फेरा जाता है। अन्य आयोजनों के लिए क्षेत्र के होटलों व रिजॉर्ट्स में सुविधाएं उपलब्ध हैं।
शिव-पार्वती विवाहस्थल का पौराणिक महत्व
त्रिजुगीनारायण मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। मान्यता है कि यहीं पर भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था। स्वयं विष्णु जी ने कन्यादानकर्ता बनकर विवाह में भाग लिया। मंदिर में स्थित अखंड अग्नि उस पवित्र विवाह की साक्षी मानी जाती है।
रोजगार और संस्कृति दोनों को मिला संबल
डेस्टिनेशन वेडिंग की इस बढ़ती मांग ने स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर दिए हैं —पंडे-पुजारी,वेडिंग, प्लानर,मांगल टीमें,ढोल-दमौ वादक,होटल व रेस्टोरेंट उद्योग
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की पहल से नई उड़ान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई मौकों पर उत्तराखंड को डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए प्रमोट किया है। प्रदेश के युवा और ऊर्जावान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में सरकार इस दिशा में सक्रिय रूप से कार्य कर रही है। डेस्टिनेशन वेडिंग को बढ़ावा देने के लिए सरकार हर संभव सहायता दे रही है, जिससे देवभूमि की संस्कृति को वैश्विक पहचान मिल रही है।