अगर आप मीठा खाने के शौकीन है ब्रेकफास्ट से लेकर डिनर तक हर मील के बाद आप मीठा खाते हैं तो यह क्रेविंग और टेस्ट से ज्यादा बॉडी में होने वाली कमी की तरफ इशारा करता है दरअसल मीठा खाने की आदत को शुगर क्रेविंग कहते हैं जो बिना मौका देखे कभी भी निशान पर हावी हो जाती है जरूरत से ज्यादा मीठा खाने पर मोटापा ,डायबिटीज और ब्लड प्रेशर ,डिप्रेशन जैसी परेशानी है शुरू होने लगती है ऐसे में आज हम आपको बताते हैं कि आखिर मीठा खाने की क्रेविंग शरीर में किस कमी की ओर इशारा कर रही है।
1 स्ट्रेस हार्मोन :जब शरीर में स्ट्रेस में होते हैं तो कोर्टिसोल और एड्रेनालिन हार्मोन बहुत ज्यादा बनने लगते हैं यह दोनों हमारी बॉडी में असंतुलन पैदा करते हैं जिससे ब्लड प्रेशर और इंसुलिन का स्तर बढ़ता है यही नहीं इससे हम मीठा खाने की भी क्रेविंग होने लगती है।
2 ग्लूकोज का स्तर बिगड़ना :कई लोग मोटापा कम करने के चक्कर में खुद को भूखा रखकर कड़ी डाइटिंग करते हैं जिस वजह से उनके शरीर को पूरा पोषक तत्व नहीं मिल पाता है शरीर में ग्लूकोज का स्तर बिगड़ने पर आपको चॉकलेट या मिठाई खाने की क्रेविंग होनी शुरू हो जाती है।
3 लो ब्लड शुगर :जब हमारा शरीर भूखा होता है तो उसे अधिक ईंधन या फ्यूल की आवश्यकता होती है जब आप कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन खाते हैं तो पाचन तंत्र से शुगर में तोड़ देता है जो रक्त के जरिए कोशिकाओं में ले जाकर एनर्जी में बदलता है लेकिन लंबे समय तक भूखे रहने से हमारे कोशिकाओं को ईंधन यानि की फ्यूल की जरूरत पड़ती है ऐसे में हमें ज्यादा कार्बोहाइड्रेट लेने की जरूरत होती है जिसकी वजह से हमें शुगर के लिए क्रेविंग होने लगती है।
4 प्रोटीन की कमी :अगर शरीर में शुगर क्रेविंग हो रही है तो शरीर आपका बता रहा है कि आपको प्रोटीन की जरूरत है इसके लिए ब्रेकफास्ट, लंच ,डिनर आदि में नेचुरल प्रोटीन सोर्स से भरपूर डाइट लें प्रोटीन से लेप्टिन हार्मोन का प्रोडक्शन होता है जिससे बार बार भूख लगना कम होती है और आपको मीठा खाने की क्रेविंग्स बहुत ही कम हो जाती है।