देहरादून (उत्तराखंड)। उत्तराखण्ड में भू-कानून के अध्ययन व परीक्षण के लिए गठित समिति ने आज सीएम आवास में मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। उत्तराखंड में नया भू कानून लागू करने के लिए मुख्यमंत्री ने आज बड़ा बयान दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कानून के लिए बनाई गई समिति ने अपनी रिपोर्ट दे दी है। अब रिपोर्ट का अध्ययन किया जाएगा और प्रदेश की जनभावनाओं के अनुरूप ही भू कानून बनेगा। समिति ने प्रदेश हित में निवेश की संभावनाओं के साथ अपनी 23 संस्तुतियां राज्य सरकार को सौंपी। मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि सरकार शीघ्र ही समिति की रिपोर्ट का गहन अध्ययन कर व्यापक जन व प्रदेश हित में समिति की संस्तुतियों पर विचार करेगी और भू-कानून में संशोधन करेगी। मुख्यमंत्री ने जीआइसी नैलवाल पाली का नाम बलिदानी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अंबादत्त तथा देघाट चिंतोली रोड बलिदानी क्रांतिकारी हिरकृष्णमिण के नाम पर रखे जाने की भी घोषणा की। उन्होंने सल्ट के अतिदुर्गम भीताकोट, मर्चुला में तराड़ एएनएम सेंटर को भी हरी झंडी दी। इस दौरान समिति के सदस्य व श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री अजेंद्र अजय, पूर्व IAS अधिकारी श्री अरुण ढौंडियाल व श्री डी.एस.गर्व्याल और समिति के पदेन सदस्य सचिव के रूप में सचिव राजस्व का कार्यभार संभाल रहे श्री दीपेंद्र कुमार चौधरी मौजूद रहे।
उत्तराखंड के सीएम धामी का बड़ा बयान: जनभावनाओं के अनुरूप ही भू कानून बनेगा।
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