चमोली। भीड़ में नन्हा आरव खो गया इस बात की सूचना मिलते ही चमोली पुलिस सक्रिय हो गई और संवेदनशीलता एव जनसहयोग ने पुलिस ने बच्चे को तलाश कर उसके परिवार से मिलावा दिया।
ऐतिहासिक गौचर मेले की चमकती रोशनियाँ, झूलों की गूँजती आवाज़ें, दुकानों की चहल-पहल और हजारों लोगों की भीड के बीच 11 वर्षीय आरव पुत्र श्री नरेश सिंह रावत निवासी ग्राम क्वींथी भौंग अपने दोस्तों से बिछड़कर घबराहट से कांपते कदमों के साथ मेला थाना पहुँचा। बच्चे के मासूम चेहरे पर डर, चिंता और अकेलेपन का दर्द साफ झलक रहा था। थाने में मौजूद पुलिस कर्मियों ने उसे अपने पास बैठाया, पानी पिलाया और उसके परिजनों को जल्द ढूँढ लेने का भरोसा दिलाया। पुलिस कर्मियों ने लाउडहेलर पर बार-बार अनाउंसमेंट किया लेकिन भीड़ में से कोई परिचित आगे नहीं आया। आरव की आँखों में आँसू भरने लगे, पर पुलिस कर्मियों ने दृढ़ता के साथ तलाश जारी रखी। कुछ देर और अनाउंसमेंट करने के बाद भीड़ के शोर में से एक संवेदनशील आवाज़ उभरी जिसने कहा कि मैं इस बच्चे को पहचानती हूँ, यह आवाज़ थी श्रीमती सुनीता देवी की जिन्होने अपना परिचय देते हुए बताया कि ये बच्चा मेरे गाँव का है और इसका घर मेरे पड़ोस में है। बच्चे की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस कर्मियों ने पहले फोन के माध्यम से परिजनों से सत्यापन किया और जब पुष्टि हो गई कि वह वास्तव में बच्चे की पड़ोसी हैं, तब बड़ी सावधानी और जिम्मेदारी के साथ आरव को उनके सुपुर्द किया गया। जो उसे सुरक्षित उसे उसके परिवार तक लेकर गईं। बच्चे को सुऱक्षित पाकर परिजनों ने चमोली पुलिस का हृदय से आभार व्यक्त किया।
