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भारत वर्ष में मांडना या रंगोली विशेष रूप से बनाई जाती है। चाहे होली हो या दिवाली। नवरात्र या महाशिवरात्रि। अलग अलग त्योहारों पर अलग अलग तरह की रंगोली बनाई जाती है। कहते हैं की सबसे पहले रंगोली ब्रम्हाजी में बनाई थी।
उन्होंने एक आम के पेड़ का रस निकालकर उसी से धरती पर एक सुंदर स्त्री की आकृति बनाई जो बाद में उर्वशी के नाम से जानी गई।
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इसी तरह रामायण में भी रंगोली का उल्लेख मिलता है। जब प्रभु श्री राम अपनी भार्या सीता और अपने अनुज लक्ष्मण के साथ 14 वर्षो के बाद वनवास काटकर वापिस अयोध्या आये तब अयोध्यावासियों ने उनका स्वागत दीपों और घर के बाहर रंगोली से किया था। यह माना जाता है के जिसके घर में इसका सुंदर अंकन होता है वहां लक्ष्मी जी निवास करती हैं।
सभी देवी देवता मांडना और रंगोली देख कर प्रसन्न होते हैं। इसीलिए घर में रंगोली अवश्य बनाए।
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