देहरादून, 30 अगस्त। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नई दिल्ली में केन्याई कैबिनेट सचिव रक्षा श्री अदन बेयर डुएले के साथ बातचीत की। यह बैठक भारत-केन्या रक्षा साझेदारी में बढ़ती गहराई का प्रमाण थी। दोनों मंत्री इस बात पर सहमत हुए कि दोनों देशों के बीच रक्षा संबंध प्रशिक्षण-केंद्रित होने से अधिक रणनीतिक पहलुओं को शामिल करने के लिए विकसित हुए हैं।
रक्षा मंत्री ने इस बात को रेखांकित किया कि भारत अफ्रीकी देशों के साथ संबंधों को कितना महत्व देता है। विशेष रूप से, भारत और केन्या के बीच संबंध लगातार मजबूत हो रहे हैं। दोनों मंत्री हिंद महासागर क्षेत्र की समुद्री सुरक्षा में गहन सहयोग की आवश्यकता पर भी सहमत हुए।
दोनों पक्षों ने रक्षा उद्योग और उपकरणों में क्षमता निर्माण और सहयोग पर भी विस्तार से चर्चा की। क्षमता निर्माण के क्षेत्र में और जहाज डिजाइन और निर्माण में सहयोग के लिए गोवा शिपयार्ड लिमिटेड और केन्या शिपयार्ड लिमिटेड के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
दोस्ती के प्रतीक के रूप में, श्री राजनाथ सिंह ने केन्याई बलों द्वारा उपयोग के लिए केन्याई कैबिनेट रक्षा सचिव को ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड द्वारा निर्मित 15 जोड़ी पैराशूट (मुख्य और रिजर्व) भेंट किए। भारत ने केन्या में एक उन्नत सीटी स्कैन सुविधा स्थापित करने के लिए भी समर्थन बढ़ाया।
श्री अदन बेयर डुएले ने निजी क्षेत्र सहित भारतीय रक्षा उद्योग की बढ़ती ताकत की सराहना की और उन क्षेत्रों पर प्रकाश डाला जिनमें भारतीय उद्योग केन्याई बलों की आवश्यकताओं का समर्थन कर सकता है। उन्होंने निरंतरता बनाए रखने और ऐसे कार्यक्रमों से अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों के प्रशिक्षकों द्वारा केन्याई बलों के ‘प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण’ देने का भी सुझाव दिया।
दोनों पक्ष उग्रवाद विरोधी और संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षा क्षेत्रों में संयुक्त प्रशिक्षण के लिए सहमत हुए। बैठक के दौरान आपसी हित के अन्य क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों पर भी चर्चा की गई। बैठक में रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और रक्षा सार्वजनिक उपक्रमों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और रक्षा सचिव श्री गिरिधर अरामने भी शामिल हुए।
केन्याई कैबिनेट रक्षा सचिव भारत की 3 दिवसीय यात्रा पर हैं। वह अपने प्रवास के दौरान गोवा और बेंगलुरु में भारतीय शिपयार्ड और रक्षा उद्योगों का दौरा करेंगे।