रानीखेत (अल्मोड़ा)। नगरपालिका चिलियानौला के वार्ड नंबर सात स्थित शमशान घाट में शवदाह को लेकर दो पक्षों में बवाल हो गया। एक पक्ष यहां शवदाह न करने की बात तो दूसरा पक्ष पुश्तैनी शवहाद स्थल होने की बात पर अड़ गया। सूचना के बाद मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंचे प्रभारी तहसीलदार हेमंत माहरा ने किसी तरह मामले को शांत किया।बुधवार की सुबह नगर के चिलियानौला निवासी एक वृद्धा का निधन हो गया था। परिजन शवदाह की तैयारी के लिए नगरपालिका चिलियानौला के वार्ड नंबर सात में बोरा समुदाय के पुश्तैनी श्मशान घाट पहुंचे। लोगों को शवदाह की तैयारी करते देख आदर्श कालोनी के लोग वहां पहुंच गए और उन्होंने यहां शवदाह का विरोध शुरू कर दिया। उनका कहना था कि ठीक ऊपर से कालोनी है। ऐसे में यहां शवदाह नहीं किया जा सकता है। वहीं शवदाह की तैयारी कर रहे लोगों का कहना था कि वह बोरा समुदाय का पुश्तैनी श्मशान घाट है। वृद्धा ने भी इसी श्मशान घाट में अंत्येष्ठि करने की इच्छा जताई है। विरोध कर रहे लोग नगर पालिका कार्यालय पहुंचे और शवदाह रोकने की मांग की। सूचना के बाद प्रभारी तहसीलदार हेमंत माहरा भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने इस बार शवदाह कर भविष्य में इस पर रोक लगाने की बात कही, तब जाकर मामला शांत हुआ। इस मौके पर राजस्व उपनिरीक्षक कुमार सोनू, पूर्व प्रधान गणेश कुवार्बी, सतीश नेगी, नवीन बोरा, एलएस जीना, भुवन पाठक बंशीधर मठपाल, प्रताप सिंह कुवार्बी, अरुण रावत आदि मौज़ूद रहे।