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तिहरे हत्याकांड का दून पुलिस ने किया खुलासा

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देहरादून। तीन लाशो का हाल, अवैध सम्बंध बने जी का जजांल। पटेलनगर क्षेत्र में हुए तिहरे हत्याकांड का दून पुलिस ने खुलासा कर दिया हैं। एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने स्वयं कमान सभांलते हुए ब्लांइड मर्डर केस की मिस्ट्री को सुलझाया। एसएसपी देहरादून ने पूरे मामले की स्वंय लगातार मॉनिटरिंग करते हुए घटना के खुलासे तक सभी टीमों को दिन रात एक करने के निर्देश दिये थे। पुलिस के अनुसार महिला के प्रेमी ने घटना को अजांम दिया था। महिलाओ व बालिका सम्बन्धित जघन्य हत्याकांड के त्वरित खुलासे पर पुलिस महानिदेशक द्वारा पुलिस टीम को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करने की घोषणा की गई है। घटना का अनावरण करने वाली पुलिस टीम को पुलिस महानिरीक्षक गढवाल परिक्षेत्र द्वारा 25 हजार रुपये के नकद पुरूस्कार से पुरूस्कृत करने की घोषणा की गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत 25 जून की साय थाना पटेलनगर को बडोवाला क्षेत्र में पैट्रोल पम्प से आगे सूखे नाले से बदबू आने की सूचना प्राप्त हुई जिस पर थाना पटेलनगर से पुलिस बल तत्काल मौके पर पहुंचा। मौके पर सूखे नाले में 02 शव कूडे में पडे हुये थे, जिससे दुर्गन्ध आ रही थी, पुलिस द्वारा शवो को कब्जे में लिया गया। घटना के सम्बंध में देर सांय पता चलने तथा घटनास्थल के आसपास जंगल होने के कारण जंगली जानवरों का खतरा होने के दृष्टिगत तत्समय घटना स्थल के आस-पास सर्च अभियान नही चलाया जा सका तथा 01 पुलिस टीम को निगरानी हेतु घटना स्थल पर नियुक्त किया गया। अगले दिन प्रातः वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह द्वारा स्वंय घटना स्थल पर पहुंचकर अपनी निगरानी में घटना स्थल व उसके आस-पास के जंगल में काम्बिंग, सर्च अभियान चलाया गया, सर्च अभियान के दौरान पूर्व में शव बरामद होने के स्थान से कुछ दूरी पर कूडे का ढेर से तेज दुर्गन्ध आने पर कूढे को हटाकर देखा गया तो 01 अन्य महिला का सडा-गला शव ढेर के नीचे दबा हुआ मिला, जिसे आवश्यक कार्यवाही हेतु मोर्चरी में भिजवाया गया। घटना स्थल से एक अन्य महिला का शव मिलने से साफ हुआ कि उक्त सभी शव एक ही परिवार के सदस्यों के हैं।
घटना की सवेंदनशीलता के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह द्वारा घटना के अनावरण के लिये तत्काल अलग-अलग टीमों का गठन किया गया। साथ ही पुलिस अधीक्षक नगर के साथ लगातार टीमों के साथ मौजूद रहकर मॉनिटरिंग की गई। गठित टीमों द्वारा जनपद के सभी थानों व आस पास के जनपदों मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनौर आदि स्थानो पर विगत कुछ दिनों में किसी महिला व उसके बच्चियों की गुमशुदगी के सम्बन्ध में जानकारी की गई परन्तु देहरादून, मुजफ्फरनगर तथा सहारनपुर के किसी थाने में ऐसे किसी गुमशुदगी का दर्ज होना नहीं पाया गया। हालांकि बिजनौर में एक दो थाना क्षेत्रों में महिला व उसकी बच्चीयों की गुमशुदगी दर्ज होने की जानकारी पुलिस को प्राप्त हुई, जिस पर तत्काल एक टीम को बिजनौर रवाना कर उक्त गुमशुदगियों के सम्बंध में जानकारी प्राप्त की गई।
घटनास्थल के आसपास सर्च अभियान के दौरान कुछ दूरी पर पुलिस को एक ब्लू डार्ट कम्पनी का नीले रंग का बैग मिला, जिसमें महिला व बच्चों के कपडे व अन्य सामग्री रखी हुई थी, जो उक्त शवों के ही प्रतीत हो रहे थे। पास ही एक पर्पल कलर का बैग भी पुलिस टीम को प्राप्त हुआ तथा घटना स्थल के पास मौजूद टिम्बर लाइन फैक्ट्री के आसपास एक रोडवेज बस का टिक्ट नेहटौर से देहरादून का बरामद हुआ, जो एक बालिग व 01 नाबालिग का था, जिस पर फैक्ट्री के अन्दर चैक करने पर पुलिस टीम को ब्लू डार्ट कम्पनी के वैसे ही नीले रंग के थैले बरामद हुए, जिस पर पुलिस टीम द्वारा फैक्ट्री में कार्यरत कर्मियों के सम्बंध में जानकारी करने पर पुलिस टीम को मौके पर नेहटौर का ही रहने वाला एक फैक्ट्री कर्मी मिला। शक होने पर पुलिस टीम द्वारा उक्त व्यक्ति हसीन पुत्र नसीम निवासी फरीदपुर थाना व पोस्ट नेहटोर जिला बिजनौर उत्तर प्रदेश हाल निवासी ब्रहमपुरी पटेलनगर जनपद देहरादून उम्र 36 वर्ष को पूछताछ हेतु चौकी पर लाया गया। जहां सख्ती से पूछताछ करने पर उसके द्वारा अवैध सम्बंधो के चलते उक्त महिला व उसके बच्चों की हत्या करना स्वीकार किया गया। अभियुक्त को पुलिस टीम द्वारा मौके से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में अभियुक्त हसीन द्वारा बताया गया कि वह बिजनौर का रहने वाला है तथा बढोवाला में टिम्बर ली फर्नीचर फैक्ट्री में कार्य करता है। वह तलाकशुदा है और मृतका रेश्मा से पिछले 02 वर्षो से उसका प्रेमप्रसंग चल रहा था तथा रेश्मा द्वारा अभियुक्त पर लगातार शादी करने तथा साथ रहने का दबाव बनाया जा रहा था। रेशमा समय-समय पर अभियुक्त पर खर्चो के लिये पैसो की मांग करती रहती थी, जिस पर परेशान होकर अभियुक्त द्वारा उससे पीछा छुडाने का प्रयास किया गया। परन्तु वह लगातार उसे फोन तथा मैसेजो के माध्यम से अपने साथ रखने की जिदद कर रही थी। जिस पर अभियुक्त द्वारा उसे देहरादून में कमरा ढूंढने तथा उसके बाद बुलाने की बात कहकर लगातार टाला जा रहा था। विगत 23 जून की शाम मृतका अपनी पुत्री आयत (उम्र 15 वर्ष) तथा आयशा (उम्र 08 माह) के साथ आईएसबीटी देहरादून आ गयी तथा अभियुक्त को फोन कर अपने देहरादून आने की जानकारी दी, जिस पर अभियुक्त ने उससे पीछा छुडाने के लिये उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई तथा अपनी मोटर साईकिल संख्या यूपी020 बीई 9915 गलैमर से उसे लेने आईएसबीटी पहुंचा तथा रेशमा व उसके दोनो बच्चो को लेकर सीधे टीम्बर ली फैक्ट्री में गया, जहां उन्हें रात्री मे सुलाने के पश्चात अभियुक्त द्वारा पहले मृतका रेश्मा का गला दबाकर उसकी हत्या की तथा उसके बाद दोनो बच्चीयो की मुंह व नाक दबाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। उसके पश्चात अभियुक्त द्वारा तीनो के शवो को टिम्बर ली फैक्ट्री के पीछ कूढे के ढेर में फेंक दिया व स्वंय जाकर शवों को कूढे के ढेर के नीचे दबा कर छुपा दिया व मृतकों के कपडे ब्लू डार्ट कम्पनी के नीले थैले में डालकर फेंक दिये व मृतका का बैग भी कूढे के ढेर से कुछ दूरी पर फेंक दिया तथा मृतका का मोबाइल व उसके घर की चाबी अपने पास छुपा दी थी। अभियुक्त द्वारा मृतको के शवो को फॉम के गददों आदि से लपेटकर रखा था, जिस कारण मृतकों के शव फूल गये थे।

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