देहरादून 26 नवम्बर। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने उत्तराखण्ड प्रदेश के दूरस्थ एवं दुर्गम क्षेत्रों के चिकित्सालयों में बॉड के आधार पर कार्यरत चिकित्सकों को पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री कोर्स हेतु प्रत्येक वर्ष की सेवा पर 10 प्रतिशत अंकों का वेटेज दिये जाने की मांग की है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को लिखेे पत्र में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री करन माहरा ने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार द्वारा प्रदेश के चिकित्सालयों में चिकित्सकों की भारी कमी के मद्देनजर दूरस्थ एवं दुर्गम क्षेत्र में नियमित रूप से एवं बॉड पर कार्यरत चिकित्सकों को पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री कोर्स हेतु प्रत्येक वर्ष की सेवा पर 10 प्रतिशत अंकों का वेटेज देने का निर्णय लिया गया था। परन्तु वर्तमान में माननीय न्यायालय द्वारा सरकार के इस निर्णय को खारिज करते हुए केवल नियमित रूप से सेवाएं देने वाले चिकित्सकों को ही वेटेज दिये जाने का आदेश जारी किया गया है जो कि दूरस्थ एवं दुर्गम क्षेत्रों में बॉड के आधार पर अपनी सेवाएं देने वाले चिकित्सकों के साथ न्यायसंगत प्रतीत नहीं होता है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने यह भी कहा कि दूरस्थ एवं दुर्गम क्षेत्रों में बॉड के आधार पर गरीब पारिवारिक पृष्ठभूमि के चिकित्सक अपनी सेवाये दे रहे हैं जिन्हें वर्तमान तैनाती स्थलों पर पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री कोर्स की तैयारी हेतु न तो समय मिल पाता है और न ही अन्य प्रकार के साधन उपलब्ध हो पाते हैं जिससे उनमें भारी रोष व्याप्त है।
करन माहरा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिह धामी से मांग की है कि बॉड के आधार पर कार्यरत चिकित्सकों की उपरोक्त समस्या को मद्देनजर रखते हुए दुर्गम क्षेत्रों में बॉड पर कार्यरत चिकित्सकों को पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री कोर्स हेतु प्रत्येक वर्ष की सेवा पर 10 प्रतिशत अंकों का वेटेज दिये जाने हेतु राज्य मंत्रिमंडल में प्रस्ताव के माध्यम से उचित निर्णय लिया जाना चाहिए।
10 प्रतिशत अंकों का वेटेज दिये जाने की मांग
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