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आपको बता दें कि चित्रकूट से इटावा तक 296 किलोमीटर लंबे और 14800 करोड़ की लागत से बनाया गया एक्स्प्रेस वे। लेकिन इसकी गुणवत्ता की पोल जालौन में बुधवार को हुई मूसलाधार बारिश ने खोलकर रख दी। बारिश के कारण जालौन के छिरिया सलेमपुर से निकले इस एक्सप्रेस वे पर 2 से 3 फुट गड्ढे हो गए। इन गड्ढों के कारण कई यात्रियों की गाड़ी क्षतिग्रस्त हुई है। तो कई यात्रियों को जान गवानी पडी इसके अलावा कई यात्री घायल भी हुए है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने के सपनो पर साफ तौर से देखा जाये तो कार्य दाई संस्था यू पी डा पानी फेरती नजर आई और उच्च क्वालिटी का एक्स्प्रेस वे बताकर सपनो को साकार बताया दूसरी तरफ सरकार की छवि को धूमिल करने का कार्य किया इस हाईवे बनाने मे
प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट को गुणवत्ता विहीन बनाया गया । बुंदेल खंड एक्सप्रेस वे ने सरकार मे बैठे कर्मचारियों ने खोल कर रख दी।
गुणवत्ता विहीन एक्स्प्रेस बे बनायायह रोड बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के 195 किलोमीटर की दूरी पर धसी है, रोड के क्षतिग्रस्त होने के कारण इसको बंद कर दिया गया है। साथ ही जेसीबी मशीन की मदद से इसे खोदा जा रहा है, जिससे इसे दोबारा बनाया जा सके। राजस्थान की गावर कंपनी द्वारा बनाया गया था यह रोड । गावर कंपनी देश की जानी मानी बडी कंपनी कहलाती रोड बनाने वाली न एक ब्रांड के नाम से जानी जाती जिसके द्वारा यह एक्स्प्रेस वे कम समय मे बना कर तेयार किया गया जिससे गुणवत्ता विहीन कहे या फिर और कुछ
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