दिल्ली के पास नोएडा में सुपरटेक ट्विन टावर्स को रविवार (28 अगस्त, 2022) को ध्वस्त कर दिया गया। अवैध रूप से बनाए गए 100 मीटर ऊंचे ट्विन टावर महज नौ सेकेंड में ढह गए। हरियाणा से लाए गए 3600 किलोग्राम से अधिक विस्फोटकों का उपयोग करके एपेक्स और सियान टावरों को ध्वस्त कर दिया गया था। ट्विन टावर विध्वंस के बाद आसपास का इलाका धुएं में समा गया। मुंबई स्थित एडिफिस इंजीनियरिंग ने टावर को गिराने का काम किया।
32 मंजिला एपेक्स और 29 मंजिला सियान इमारतों को विस्फोट से ध्वस्त कर दिया गया था। नोएडा के पुलिस आयुक्त आलोक सिंह ने कहाँ कि विध्वंस योजना के अनुसार हुआ और संबंधित लोगों ने बहुत अच्छा काम किया. अब हम वहां आगे के काम का अनुसरण कर रहे हैं। इमारतें ढहने के बाद अब सीमेंट, लोहा और ईंटों का तांता लग गया है। आइए जानते हैं इस बवाल को लेकर क्या किया जाएगा।
– परियोजना अधिकारियों द्वारा व्यक्त अनुमान के अनुसार, इस विध्वंस से लगभग 35,000 क्यूबिक मीटर रडार का निर्माण होगा।
नोएडा प्राधिकरण के महाप्रबंधक इश्तियाक अहमद ने कहा कि 21,000 क्यूबिक मीटर सड़क को हटाकर शहर के कार्यक्षेत्र की सात सीमा में पांच से छह हेक्टेयर बंजर भूमि पर लगाया जाएगा।
– बाकी राडार को ट्विन टावर्स के बेसमेंट में एक गड्ढे में डाला जाएगा।
– इस रडार को हटाने में तीन महीने का समय लगेगा।
– नोएडा प्राधिकरण के महाप्रबंधक इश्तियाक अहमद ने पीटीआई-भाषा को बताया कि ‘निर्माण के बाद यातायात नियमों और दिशा-निर्देशों के अनुसार वैज्ञानिक तरीके से प्रबंधित किया जाएगा। अंतिम निर्णय क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा लिया जाएगा। वे मलबे के प्रबंधन पर एडिफिस इंजीनियरिंग की रिपोर्ट की जांच कर रहे हैं।
– उम्मीद है कि इस सड़क से कम से कम 4,000 टन लोहा और इस्पात निकलेगा। एडिफिस इसे बेचकर विध्वंस की लागत वसूल करेगा।
– कुछ मलबा नोएडा अथॉरिटी के सेक्टर 80 स्थित कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलिशन वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट में ले जाने की संभावना है। संयंत्र की दैनिक क्षमता 300 टन है।
– इस रडार को ले जाने के लिए ट्रक 1,300 चक्कर लगाएंगे।
इस तरह इन ट्विन टावरों को गिराने के बाद होने वाले दंगों पर काबू पाया जा सकेगा।