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राज्यपाल ने की लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष की कार्यप्रणाली की सराहना करते प्रदान किया “वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स” लंदन का एक्सीलेंस अवार्ड

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देहरादून 03 दिसम्बर। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को राजभवन देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार को “वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स” लंदन का एक्सीलेंस अवार्ड प्रदान किया। इस दौरान राज्यपाल ने उन्हें शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह सम्मान डॉ. राकेश कुमार के पिछले कई दशकों में प्रशासनिक अधिकारी के साथ ही बतौर डॉक्टर किए गए कार्यों का परिणाम है। राज्यपाल ने “वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स” लंदन के पदाधिकारियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि विश्व स्तर पर डॉ. कुमार की इस उपलब्धि से सिर्फ़ उत्तराखण्ड ही नहीं अपितु देश भी गौरव की अनुभूति कर रहा है। उन्होंने लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष की कार्यप्रणाली की सराहना करते हुए कहा कि पिछले कुछ समय से प्रदेश में आयोग द्वारा जिस प्रकार से परीक्षा आयोजित कराने के तौर तरीक़ों में और भी अधिक पारदर्शिता आई है यह जनहित में बड़ा कदम है।
उन्होंने कहा कि डॉ. कुमार की पहचान न सिर्फ़ एक प्रशासनिक अधिकारी के रूप में है अपितु उनके द्वारा चिकित्सक के तौर पर भी देश में स्वाथ्य के क्षेत्र में दिए गए योगदान से भी है। राज्यपाल ने कहा है कि विश्व पटल पर हासिल यह उपलब्धि देश को विकसित राष्ट्र बनाने के साथ ही विश्व गुरु बनाने की दिशा में बड़ा कदम साबित होगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उनकी इस उपलब्धि से पूरे प्रदेश का मान बढ़ा है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा है कि डॉ. राकेश कुमार की इस उपलब्धि एवं कार्यप्रणाली से नए अधिकारियों को प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने डॉ. राकेश कुमार की अध्यक्षता में उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के 7 हज़ार पदों की भर्ती की जिम्मेदारी लोक सेवा आयोग को दी गई थी। आयोग द्वारा बेहद कम समय में सभी 7 हज़ार पदों पर आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं का कैलेंडर जारी का भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई। इस दौरान आयोग के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार ने सभी का आभार जताते हुए कहा कि यह सम्मान वे देवभूमि उत्तराखण्ड को समर्पित कर रहे हैं। इस अवसर पर पद्मभूषण चण्डी प्रसाद भट्ट, स्वामी चिदानंद मुनि, श्री संतोष शुक्ला, पूर्व मुख्य सचिव श्री एन रविशंकर, पूर्व डीजीपी श्री अनिल रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, श्री आनंद बर्द्धन, सचिव, श्री राज्यपाल डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा समेत अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।

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