मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि विकास और जनता की सेवा उनकी सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने फरवरी में राज्य में आयोजित होने वाली ‘विकास यात्रा’ से पहले मंत्रियों, सांसदों, विधायकों, महापौरों, नगर पालिका अध्यक्षों, पार्षदों, जिला और जिला पंचायत अध्यक्षों, उपाध्यक्षों, सदस्यों, सरपंचों, उप सरपंच, पंच, आयुक्त और कलेक्टर को अपने आवास से वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा, “हमारी खुशी लोगों की खुशी में है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास यात्रा का उद्देश्य विकास और जनकल्याण के कार्यों को जन-जन तक पहुंचाना है। प्रदेश के हर गांव और शहर-वार्ड में यात्रा निकाली जाएगी। उन्होंने कहा कि विकास यात्रा के माध्यम से विभिन्न योजनाओं और उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए आवश्यक तैयारियां पहले से ही सुनिश्चित कर ली जाएं।
उन्होंने आगे कहा कि राज्य के गांवों और कस्बों सहित विभिन्न शहरों में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। सिंचाई एवं नल जल योजनाओं की व्यवस्था की जा रही है। वर्तमान में राज्य में 56,000 करोड़ रुपये की सिंचाई परियोजनाएँ और 50,000 करोड़ रुपये की सड़कें चल रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत एवं नगरीय निकाय के विकास के लिये पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करायी गयी है, जिससे नगरीय निकाय एवं पंचायत के प्रतिनिधि विकास एवं जनकल्याण के कार्य बेहतर ढंग से कर सकें।
चौहान ने आगे कहा कि संत रविदास की जयंती 5 फरवरी को विकास यात्रा शुरू होगी। विकास यात्रा 25 फरवरी तक 21 दिनों तक चलेगी। विकास पताका’ और ‘विकास रथ’ यात्राओं के साथ होंगे। जिलों के प्रभारी मंत्री विकास यात्रा का समन्वय करेंगे। यात्रा में विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास किया जाएगा।