महाराष्ट्र में विधानसभा की दो सीटें पुणे की कस्बा और पिंपरी चिंचवाड़ की चिंचवड़ सीट के लिए 26 फरवरी को उपचुनाव होने वाले हैं। जिसके लिए प्रचार का आज आखरी दिन है। इस चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस पार्षद उस्मान हिरोली के एक बयान दिया जिसके बाद से राजनीतिक गलियारों में खलबली मच गई है। मीडिया रिपोर्ट् के अनुसार, एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उस्मान हिरोली ने कहा कि, ‘मुस्लिम जहां भी हों, सऊदी, दुबई या फिर कुवैत में हों, उन्हें यहां बुलाकर वोट जरूर कराएं। मरे हुए मुसलमानों को भी उठायो, तभी पीएम मोदी और आरएसएस को हराया जा सकता है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि पीएम मोदी को तब तक नहीं हराया जा सकता जब तक मुस्लिम बड़ी संख्या में वोट नहीं करते। एनसीपी की अल्पसंख्यक सभा में कांग्रेस नेता ने यह बयान दिया। वहीं, दूसरी तरफ महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस बयान पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से अल्पसंख्यकों का ध्रुवीकरण किया जा रहा है वह घातक है।
पीएम मोदी पर पहले दिया विवादित बयान, अब दी सफाई
हर तरफ से प्रतिक्रियाएं आने लगीं तो उस्मान हिरोली ने अपने बयान पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि पुणे के कस्बा इलाके के करीब 1500 लड़के-लड़कियां सऊदी, दुबई और कुवैत में हैं। उन्हें वोटिंग के लिए बुलाओ, मैंने यही कहा था। यहां इन लोगों का आना-जाना लगा रहता है। मैंने यह बयान इसलिए दिया है कि वे मतदान के दिन यहां मौजूद रहेंगे और उन्हें मतदान के लिए प्रेरित किया जाएगा। मेरा मकसद वोट प्रतिशत बढ़ाना है, क्या मैंने कुछ गलत किया? उस्मान हिरोली ने आगे कहा कि मेरे पूरे बयान का मतलब और मकसद सिर्फ लोकतांत्रिक अधिकार और लोगों को वोट करने के लिए प्रेरित करना है और कोई मकसद नहीं है। जिहाद का आरोप लगाना बिल्कुल ठिक नहीं है। जिहाद के आरोप हम मुसलमान कब तक सहते रहेंगे? क्या चित्रा वाला जिहाद का मतलब भी जानती है? बता दें कि बीजेपी की महिला विंग की अध्यक्ष चित्रा वाघ ने उस्मान हिरोली के इस बयान को जेहादी मानसिकता की उपज बताया है।