नई दिल्ली: दिल्ली भाजपा ने गुरुवार को डीडीयू मार्ग पर आप मुख्यालय के पास धरना दिया और दिल्ली सरकार की फीडबैक यूनिट से जुड़े एक कथित “जासूसी मामले” में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के इस्तीफे की मांग की।
बीजेपी के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, ‘हमारी पार्टी के कार्यकर्ता जासूसी कांड से जुड़ी जानकारियां दिल्ली के हर गली-नुक्कड़ में पहुंचाएंगे ताकि जनता को केजरीवाल सरकार की करतूतों का पता चले।’ उन्होंने कहा कि जब तक सिसोदिया को गिरफ्तार नहीं किया जाता है, तब तक यह विरोध नहीं रुकने वाला है।
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा, ‘न केवल भारत में बल्कि अमेरिका जैसे देश में भी विपक्षी दलों या व्यक्तियों की जासूसी के लिए सरकार को इस्तीफा देना पड़ा।’
पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने आरोप लगाया कि “जासूसी कांड” के कारण दिल्ली में लोग असुरक्षित महसूस कर रहे थे।
आप ने आरोपों का जवाब नहीं दिया। पार्टी ने, हालांकि, विरोध को सीएम अरविंद केजरीवाल के मेयर चुनाव में जीत का जश्न मनाने के लिए डीडीयू मार्ग मुख्यालय नहीं पहुंचने के साथ जोड़ा।
आम आदमी पार्टी ने कहा, “केजरीवाल को पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ कार्यक्रम में भाग लेना था, हालांकि, भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने रास्ते में बैरिकेड्स लगा दिए और भाजपा नेताओं ने आप पार्षदों और नव-निर्वाचित महापौर शैली ओबेरॉय के वाहनों पर हमला किया। पार्टी ने फैसला किया उन्होंने मुख्यमंत्री की सुरक्षा से समझौता नहीं करने का तय किया और उन्हें कार्यक्रम में शामिल नहीं होने के लिए मजबूर किया गया।”
दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने हालांकि कहा, “बीजेपी का प्रदर्शन सुबह 11 बजे के आसपास शुरू हुआ और दोपहर 12.30 बजे समाप्त हुआ। फिर हम कैसे जिम्मेदार हैं कि केजरीवाल दोपहर में अपने पार्टी समारोह में शामिल नहीं हो सके।”