मेघालय की राजधानी शिलांग में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि विपक्ष ‘मर जा मोदी-मर जा मोदी’ कह रहा है, लेकिन जनता कह रही है मोदी तेरा कमल खिलगा। अब प्रधानमंत्री की यह भविष्यवाणी सच होती नजर आ रही है। त्रिपुरा, के अलावा नगालैंड में भी भाजपा की लहर चली है। इसके अलावा मेघालय में भी पार्टी कोनराड संगमा के साथ सरकार बनाने की कोशिश कर रही है।
तीन राज्यों में बीजेपी का वोट शेयर बढ़ा
इससे पहले भी भाजपा एनपीपी सरकार का हिस्सा थी। इस तरह तीनों राज्यों की सत्ता में बीजेपी की हिस्सेदारी हो जाएगी। वोट शेयर के मामले में भी बीजेपी अच्छी स्थिति दिखा रही है। पूर्वोत्तर के राज्यों में कभी बेहद कमजोर मानी जाने वाली बीजेपी को त्रिपुरा में 39 फीसदी वोट मिले। इसके अलावा नागालैंड में भी 18 फीसदी लोगों ने इसे चुना है। मेघालय में बीजेपी को 8 फीसदी वोट मिलते दिख रहे हैं। मेघालय में टीएमसी को भी 5 सीटें मिल सकती हैं। हालांकि वह सत्ता से दूर रहेंगे। इसी बीच खबर आई कि एनपीपी के कोनराड संगमा और असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा के बीच बैठक हुई है। ऐसे में दोनों मिलकर सरकार बना सकते हैं।
भाजपा के लिए सबसे अहम त्रिपुरा की जीत होगी। 2018 में सत्ता में आई बीजेपी को पहले यहां छिटपुट सफलता ही मिली थी, लेकिन पहली बार 5 साल पहले सत्ता में आई थी। ऐसे में उनके लिए यहां खुद को दोहराना अहम होगा। बंगाली और आदिवासी समुदायों से आबाद त्रिपुरा में भाजपा की जीत का मतलब देशव्यापी जीत होगी। खासकर आदिवासी बहुल इलाकों में इसका फायदा बीजेपी को मिल सकता है। एक करोड़ से ज्यादा आदिवासी आबादी वाले मध्य प्रदेश में इस साल चुनाव होने हैं। यहां वह त्रिपुरा की जीत का हवाला देकर आदिवासी वोटबैंक का दावा कर सकते हैं।
विपक्ष ने बयान दिया था ‘मोदी मर जा, मोदी मर जा’
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने चुनावी रैली में विपक्ष का ‘मर जा मोदी-मर जा मोदी’ कहने वाला मुद्दा उठाया था और उस समय उन्होंने बीजेपी की जीत की भविष्यवाणी की थी जो अब सच हो गई है। चुनावी राज्यों में पीएम मोदी पर कांग्रेस प्रमुख खड़गे की एक टिप्पणी चर्चा में आ गई थी।