उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा अल्मोड़ा लोकसभा की विधानसभा क्षेत्रों की समीक्षा करते वक़्त जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया की वह क्षेत्र के विधायकों के प्रस्ताव शासन में भेजने के बाद उसकी प्रगति का अपडेट भी लेते रहें। उन्होंने निर्देश दिया की विधायकों के विकास कार्यों से जुड़े प्रस्तावों पर महीने में दो बार समीक्षा करी जाए। इसके साथ ही सीएम ने यह भी निर्देश दिया की जनता से जुडी समस्याओं के समाधान में किसी भी प्रकार की देरी ना करी जाए और फाइलों का निपटारा करने में बेवजह देरी न किया जाए और न ही अनावश्यक आपत्ति लगाई जाए।
सीएम धामी ने जिलाधिकारियों को इस बात का भी निर्देश दिया की जनता से जुडी अधिकतर समस्याओं का समाधान जिला स्तर पर ही करने की कोशिश करी जाए। बहुत जरुरी होने पर ही समस्याओं को मंडल या फिर शासन स्तर पर भेजा जाए। उन्होंने कहा की राज्य की भगौलिक परिस्थितिया विषम होने के कारण अलग अलग क्षेत्रो में अलग अलग प्रकार की समस्याए हैं। इसको देखते हुए अधिकारियों को क्षेत्र विशेष की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए कार्य करने होंगे।समीक्षा के दौरान विधायकों ने सड़कों के निर्माण और सुधारीकरण, पुल निर्माण के कार्य, विशेषज्ञ चिकित्सकों की आवश्यकता, बाढ़ नियंत्रण से संबधित कार्य और क्षेत्र की अन्य समस्याओं को मुख्यमंत्री के सामने उठाया। इस पर सीएम ने अफसरों को समस्याओं पर तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा की नालियों की सफाई एवं झाड़ी कटान के लिए अभियान चलाया जाए,इसके साथ ही स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर बनाया जाए और जल जीवन मिशन के कार्यों में और तेजी लाई जाए।