मुंबई इंडियंस और गुजरात जाइंट्स के बीच खेले गए पहले मैच में मुंबई की गेंदबाज सायका इशाक की लेग साइड पर फेंकी गई गेंद को अंपायर ने वाइड घोषित कर दिया। यहां मुंबई ने रिव्यू लिया और अंपायरों को अपना फैसला बदलना पड़ा।
WPL दुनिया भर में वाइड और नो बॉल के रिव्यू की अनुमति देने वाली पहली T20 फ्रेंचाइजी लीग बन गई है। इससे पहले अंपायर द्वारा आउट देने और नॉट आउट देने के मामले में ही खिलाड़ी रिव्यू ले सकते थे। हालाँकि, रिव्यू की कुल संख्या में वृद्धि नहीं हुई है। यानी प्रति पारी जितने रिव्यू (दो डीआरएस) पहले मिल रहे थे उतने अब मिल रहे हैं।
अंपायरों को अपना फैसला बदलना पड़ा
डब्ल्यूपीएल के शुरुआती मैच में ऐसे मामलों की समीक्षा की गई है। मुंबई इंडियंस और गुजरात जाइंट्स के बीच खेले गए पहले मैच में मुंबई की गेंदबाज सायका इशाक की लेग साइड पर फेंकी गई गेंद को अंपायर ने वाइड घोषित कर दिया। यहां मुंबई ने रिव्यू लिया और अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ा, क्योंकि गेंद बल्लेबाज के दस्तानों में लग गई थी। इसी तरह की समीक्षा उसी डब्ल्यूपीएल के दूसरे मैच में की गई थी। दिल्ली कैपिटल्स की जेमिमा रोड्रिग्ज ने आरसीबी की गेंदबाज मेगन शुट्ट की फुलटॉस गेंद पर चौका लगाया। जेमिमा को लगा कि मूर्ख की गेंद कमर की ऊंचाई से ऊपर थी। अंपायर के फैसले को चुनौती दी और थर्ड अंपायर से चेक करने को कहा। हालांकि, उनका रिव्यू सफल नहीं रहा, क्योंकि गेंद स्टंप्स के नीचे ट्रैक कर रही थी।
गेंदबाज वाइड लेंथ और यॉर्कर जैसी गेंदों का इस्तेमाल करते हैं
आईपीएल-2023 में भी वाइड और नो बॉल पर रिव्यू लेने का नियम लागू होगा। यह नया नियम इस रोमांचक मुकाबले में और उत्साह जोड़ देगा। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि गेंदबाज अंतिम ओवरों में बल्लेबाजों को तेजी से बल्लेबाजी करने से रोकने के लिए हमेशा वाइड लेंथ और यॉर्कर जैसी गेंदों का इस्तेमाल करते हैं और अक्सर यही गेंदें निर्णायक साबित होती हैं। डब्ल्यूपीएल के इस नए नियम की सोशल मीडिया पर खूब तारीफ हो रही है। लोग भारतीय क्रिकेट की तकनीकी प्रगति को पसंद कर रहे हैं। गौरतलब है कि 2022 के आईपीएल सीजन में दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान ऋषभ पंत ने अपनी टीम को मैदान से बाहर बुलाने का फैसला किया था, क्योंकि मैदान पर मौजूद अंपायर ने कमर-हाई बॉल को वाइड घोषित नहीं किया था।