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शम्भू नदी से किसी प्रकार का खतरा नहीं

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बागेश्वर 03 जुलाई। जनपद बागेश्वर के विकास खण्ड कपकोट से लगभग 80 किमी दूर ग्राम कुंवारी, शम्भू नदी के दायें पाश्र्व में स्थित है। शम्भू नदी, पिण्डर नदी की एक सहायक नदी है, जो अपने उद्गम स्थल से लगभग 2.5 किमी प्रवाह कर पिण्डर नदी में मिलती है तथा पिण्डर नदी, जनपद चमोली के कर्णप्रयाग में अलकनन्दा नदी में मिलती है। ग्राम कुंवारी में वर्ष 2013 से लगातार भू- कटाव एवं भूस्खलन हो रहा है। जिसका मलवा लगभग 150 से 180 मी. लम्बाई, 80 से 100 मी0 चैडाई तथा 5 से 7 मी० ऊंचाई में शम्भू नदी के प्रवाह मार्ग में जमा होने से कुंवारी गांव से न्/ै की ओर लगभग 500 मी. लम्बाई में झील का निर्माण गत वर्श हुआ था। जिसे विभाग द्वारा चैनेलाईजेशन कार्य कराकर नदी के प्रवाह मार्ग को खोल दिया गया था। अधिशासी अभियंता सिंचाई कपकोट पान सिंह बिष्ट ने बताया कि वर्तमान में ग्रामवासियों व ग्राम प्रधान द्वारा अवगत कराया गया कि नदी में उस स्थल पर इस बार भी वर्षा के कारण मलवा आने से उक्त झील का मुहाना बन्द होने से जलस्तर बढ़ रहा है। जिस पर खण्ड के अपर सहायक अभियन्ता तरूण लुम्याल द्वारा 01 जुलाई को स्थलीय निरीक्षण किया गया, जिसमें उनके द्वारा अवगत कराया गया कि झील का मुहाना पूर्ण रूप से खुला हुआ है, एवं पानी की निकासी 15 से 20 मी. की औसत चैडाई से हो रही है। वर्तमान में कुंवारी गांव के भूस्खलन से आया मलवा नदी के तल में लगभग 50 से 60 मी. की लम्बाई एवं 5 से 7 मी. की ऊंचाई में जमा है। वर्तमान में पानी की निकासी, नदी के बायें पाश्र्व से 15 से 20 मी. की औसत चैडाई तथा लगभग 1.5 से 2.0 मी. गहराई से हो रही है, किसी प्रकार का खतरा नहीं है।

 

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