Pahaad Connection
Breaking News
Breaking Newsउत्तराखंड

भूमि की अनियंत्रित खरीद फरोख्त को रोकने की मांग

Advertisement

देहरादून, 04 सितम्बर। राज्य भर में जमीन की खरीद बिक्री से सम्बंधित धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों के दृष्टिगत और भूमि की अनियंत्रित खरीद फरोख्त को रोकने की मांग करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने महानगर अध्यक्ष डॉ जसविन्दर सिंह गोगी के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन किया। उत्तराखंड में एक कड़े भूकानून की मांग करते हुए  जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भी प्रेषित किया गया।

डॉ जसविन्दर सिंह गोगी के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन में मांग की कि उत्तराखंड में जमीनों की अनियंत्रित खरीद फरोख्त को कड़ाई से विनियमित करने की आवश्यकता है। इस सन्दर्भ में एक कड़ा कानून तत्काल बनाने की आवश्यकता है। पर्वतीय क्षेत्र की,  विशेष रूप से हिमालयी क्षेत्रों की भूमि का सौंदर्यबोधक महत्व होता है। अतः बड़ी संख्या में लोग इसे खरीदना चाहते हैं। कश्मीर एवं लद्दाख क्षेत्र में पहले जमीनों की खरीद संभव नहीं थी, अब भी व्यावहारिक कारणों से वहां जमीनें खरीदना दूसरे प्रान्त के लोगों के लिए संभव नहीं है। पूरे उत्तरपूर्व भारत के पर्वतीय राज्यों को धारा 371 के माध्यम से संरक्षण है अतः वहां भी जमीनों की खरीद फरोख्त संभव नहीं है। पड़ोसी राज्य हिमाचल में पहले ही एक कड़ा भू कानून लागू है, जिसके कारण गैर निवासी वहाँ भूमि नहीं खरीद सकते और न ही हिमाचल के शहरी क्षेत्र के निवासी ग्रामीण भूमि को खरीद सकते हैं। ऐसी स्थिति में समस्त हिमालयी राज्यों में  केवल उत्तराखंड राज्य ही एक विकल्प बचता है जहां आसानी से जमीनें खरीदी जा सकती हैं। भू कानून के पक्ष में यह भी तर्क दिया गया कि  उत्तराखंड राज्य का अपना विशिष्ट और शानदार सांस्कृतिक भूदृश्य है। इसे अक्षुण्ण रखने की हम सबकी जिम्मेदारी है। विरल जनसंख्या घनत्व, बड़े क्षेत्र में वन भूमि के होने, तथा सीमित कृषि भूमि तथा आवासीय भूमि उपलब्ध होने के कारण राज्य में भूमि के क्रय विक्रय को कड़ाई से नियंत्रित करने की आवश्यकता है। उपस्थित कार्यकारियों तथा पदाधिकारियों ने मांग की कि संस्कृति का जन्म भूमि से ही होता है; अतः बिना भूमि को संरक्षित किये, हम अपनी विशिष्ट संस्कृति को भी नहीं सहेज पाएंगे। कांग्रेस सरकार द्वारा ही सबसे पहले गैर निवासियों के लिए भूमि खरीद को विनियमित किया गया था लेकिन 2018 में गैर निवासियों द्वारा भूमि खरीद के प्रतिबन्धों में शिथिलीकरण किया गया।  कार्यकर्ताओं ने मांग की कि शिथिलीकरण का दुरुपयोग करके जो भी खरीद फरोख्त हुई हैं, उन्हें रद्द किया जाए। इसके अतिरिक्त अंधाधुंध खरीद के कारण हाल के समय में जगह-जगह कई अवांछित तत्वों के द्वारा रिसॉर्ट्स का निर्माण भी किया गया है जिनकी संदिग्ध और अनुचित गतिविधियों के कारण स्थानीय लोगों को बड़ी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। ज्ञापन में मांग की गई कि राज्य के निवासियों के अतिरिक्त अन्य लोगों के लिए कड़े प्राविधानों के साथ भूमि की खरीद बिक्री को निषिद्ध करने वाला कानून तत्काल लागू किया जाए।

Advertisement

इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष पूरन रावत, प्रदेश महामंत्री मनीष नागपाल महानगर महिला कांग्रेस अध्यक्ष उर्मिला थापा  मुनिक अहमद, , डॉ अरुण रतूड़ी,गोपाल गढ़िया ,ललित थापा, पूनम कंडारी,  ट्विंकल अरोड़ा ,विजय भट्टराई, नरेश बंगवाल, आनंद बिष्ट, रबभन,राजेश  पुंडीर, अल्ताफ, इकराम, रबबन, आलोक मेहता, हेमंत उप्रेती, शुभम यानी, निहाल, संजय गौतम, लकी राणा शिवम, वीरेंद्र पवार, कुलदीप नरूला ,राहुल तलवार, आदि उपस्थित थे।

 

Advertisement

 

 

Advertisement
Advertisement

Related posts

भाजपा की उल्टी गिनती शुरू : धीरेंद्र प्रताप

pahaadconnection

जनता की समस्याओं का त्वरित निस्तारण सरकार की प्राथमिकता

pahaadconnection

मंत्री ने किया ज़िला योगासन स्पोर्ट्स चैंपियनशिप कार्यक्रम में प्रतिभाग

pahaadconnection

Leave a Comment