पूरे देश में 18 से 59 वर्ष के लोगों को कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की बूस्टर डोज (Booster Dose) लगाने कि प्रक्रिया शुरू हो गई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) ने पिछले दिनों ही फ्री में बुस्टर डोज देने का प्लान तैयार किया था. राष्ट्रीय कोविड टीकाकरण अभियान के अंतर्गत देश में फिलहाल तीन प्रमुख वैक्सीन कोविशील्ड, कोवैक्सीन एवं कोर्बिवैक्स लगाए जा रहे हैं. कोविशील्ड , कोवैक्सीन 18 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों के साथ-साथ 15 से 18 वर्ष के युवक -युवतियों को भी लगाया जाता है. जबकि, कोर्बिवैक्स 12 से 15 साल तक के किशोर-किशोरियों को लगाया जा रहा है.
वैक्सीन की सेल्फ लाइव 9 से 12 महीने की होती है. देश में उपलब्ध वैक्सीन के बारे एक्सपायरी को लेकर राज्यों को हर महीने बताया जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय राज्यों को लगातार निर्देश देती है कि पहले एक्सपायरी दवाओं को इस्तेमाल कर खत्म किया जाए. इस काम में राज्यों की तरफ से भी काफी सहयोग मिलता रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय की सगगता से देश में करोड़ों वैक्सीन जो एक-दो महीने के बाद एक्सपायर हो जाती, उसे अब फ्री से मुफ्त लगाया जा रहा है
अधिकांश आबादी को दूसरा डोज लिए हुए तकरीबन 9 महीने या उससे अधिक हो गए हैं. ऐसे में उनमें एंटीबॉडी का स्तर भी कम होना स्वाभाविक है. इसके बावजूद प्रीकॉशन डोज के लिए लोगों में अधिक जागरूकता नहीं है, जो भी प्रीकॉशन डॉज ले रहे हैं वह मुफ्त या सरकारी केंद्रों के माध्यम से ही ले रहे हैं.
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग और वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों से बातचीत कर फैसला किया है देश में उपलब्ध वैक्सीन की मात्रा का दायरा यदि बढ़ा दिया जाए तो न केवल टीकाकण की दर में तेजी आएगी, बल्कि वैक्सीन को एक्सपायर होने से भी बचाया जा सकता है. इसे मुफ्त लगाया जाए तो देश में बूस्टर डोज के लिए और लोग आकर्षित होंगे.