देशभर में वेसे तो रैप केस के आधे से ज्यादा मामले झूठे पाए जाते है और इन्ही झूठे मामलों की वजह से जो सच में रैप हुए हैं उनके अनुसन्धान में समय लगता है जो लोगों को रास नहीं आता है .. आज हम बात करेंगे राजस्थान की राजस्थान में इस वर्ष जनवरी से जून तक पॉक्सो एक्ट के 1892 और बलात्कार के 23432 प्रकरण दर्ज हुए। अनुसंधान में इन प्रकरणों में 48.60 प्रतिशत प्रकरण झूठे पाए गए। अनुसंधान में यह भी सामने आया कि बलात्कार व पोक्सो के मामलों में 90 प्रतिशत पीड़िता के परिचित हैं। जिनमें 47 प्रतिशत पड़ोसी, उसी गांव या एक ही कॉलोनी के रहने वाले हैं। बलात्कार की घटना के 36 प्रतिशत प्रकरण पीड़िता के आवास पर तथा 11 प्रतिशत प्रकरण आरोपी के आवास पर घटित होना पाए गए। बलात्कार के आरोपियों में 70 प्रतिशत आरोपी 18 से 30 वर्ष आयु वर्ग के हैं।राजस्थान पुलिस मुख्यालय के मुताबिक वर्ष 2022 में बलात्कार के मामलों में अनुसंधान 86 दिन से घटकर 57 दिन रह गया। पहले वर्ष 2017 में बलात्कार के प्रकरणों में अनुसंधान करने में 435 दिन लग रहे थे। अनुसंधान में वर्ष 2018 में 211 दिन, वर्ष 2019 में 140 दिन, वर्ष 2020 में 117 दिन व वर्ष 2021 में 86 दिन का समय लगता था।
पोक्सो व् बलात्कार के 48 % से भी ज्यादा मामले झूठे
Advertisement
Advertisement
Advertisement