Astrology : ज्योतिष ग्रंथों में राशियों के स्वभाव के बारे में बताया गया है। आज उन 6 राशियों के बारे में जानेगें, जों राशि चक्र के अनुसार 1 से 6 के अंतर्गत आती है। ये राशियां कौन सी हैं, जानते है।
मेष राशि (Aries)- कालपुरूष की कुंडली में मेष राशि को प्रथम राशि का दर्जा प्राप्त है। जिन लोगों की मेष राशि होती हैं वे निडर और साहसी होते है। ऐसे लोग वादे के पक्के होते है। ये हर चुनौतियों का बहादुरी से मुकाबला करते है। जिन लोगों का नाम चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ अक्षर से आरंभ होता है, उसकी राशि मेष होती है।
वृषभ राशि (Taurus)- राशि चक्र के अनुसार वृषभ राशि का स्थान दूसरा है। इस राशि का स्वामी शुक्र है। जो भोग विलास का कारक भी है। वृष राशि के लोग धन के मामले में लकी होते है। इन पर लक्ष्मी जी की कृपा बनी रहती है। ये शौकिन होते हैं, इन्हें स्वयं को स्मार्ट दिखना अच्छा लगता है। ये लग्जरी चीजों के प्रति गंभीर रहते है ये अच्छे पति और प्रेम होते है। जिन लोगों का नाम ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो से आरंभ होता है, उनकी राशि वृषभ कहलाती है।
मिथुन राशि (Gemini)- बुध मिथुन राशि के स्वामी हैं. राशि चक्र के अनुसार इसका स्थान तीसरा है। मिथुन राशि वाले बेहद शार्प होते है। ये बात की खाल निकालने वाले होते है। इनमे कोई कलात्मक प्रतिभा भी पाई जाती है। ये अपनी बात को जल्द जाहिर नहीं करते है। जिन लोगों का नाम ‘क’, ‘छ’ और ‘घ’ से आरंभ होता है, उनकी राशि मिथुन होती है। मिथुन राशि वालों को समझना थोड़ा मुश्किल होता है।
कर्क राशि (Cancer)- चंद्रमा का प्रभाव इस राशि पर देखने को मिलता है। ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को मन का कारक माना गया है। ये मस्तमौला किस्म के होते है। ये सदैव कुछ बड़ा करने के बारे में सोचते रहते हैं. इनके दोस्तों की संख्या अधिक होती है। ये बहुत जल्द तनाव में आ जाते है। जिन लोगों का नाम ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो, वे से शुरु होता है, उनकी राशि कर्क होती है।
सिंह राशि (Leo)- कालपुरूष की कुंडली में सिंह राशि का स्थान 5वां है। सिंह राशि का स्वामी सूर्य है। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को सभी ग्रहों का राजा बताया गया है। सूर्य आत्मा के कारक है। सूर्य का प्रभाव इस राशि वालों पर देखने को मिलता है। जिन लोगों के नाम का पहला अक्षर मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे से शुरु होता है, उनकी राशि सिंह होती है।
कन्या राशि (Virgo)- ज्योतिष शास्त्र में कन्या राशि का स्वामी बुध ग्रह को बताया गया है। राशि चक्र के अनुसार इस राशि को छठी राशि माना गया है। बुध का प्रभाव कन्या राशि पर देखने को मिलता है। कन्या राशि के जातक होशियार होते है। ये धनवान होते है। ये अपनी बुद्धि से जीवन में अपार सफलता पाते है। कन्या राशि के लोग हर काम को बहुत सुंदर ढंग से करते है। जिन लोगों के नाम का पहला ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे और पो से आरंभ होता है, उनकी राशि कन्या कहलाती है।