नई दिल्ली:
आम आदमी पर महंगाई की एक और मार पड़ी है। फेस्टिव सीजन में दूध के दाम बढ़ गए हैं। आज सुबह जब लोग दूध लेने के लिए निकले तो एक किलो अमूल दूध के पैकेट पर 61 रुपये की जगह 63 रुपये लिखा देखकर चौंक गए। अमूल ने अपने ग्राहकों को बड़ा झटका दिया है। कंपनी ने दिल्ली में अपने दूध के दाम 2 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिए हैं।
अमूल ने फुल क्रीम दूध के दाम 61 रुपये से बढ़ाकर 63 रुपये प्रति लीटर कर दिए हैं। हालांकि, दूध के दाम बढ़ने पर कंपनी की ओर से अभी कोई बयान जारी नहीं किया गया है। अमूल के बाद अब इस फेस्टिव सीजन में दूसरी कंपनियां भी दूध के दाम बढ़ा सकती हैं।
देश की फेमस दूध ब्रांड अमूल और मदर डेयरी दोनों ने खरीद लागत में वृद्धि की भरपाई के लिए अगस्त में दूध की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी। इससे पहले मार्च में कीमतों में बढ़ोतरी की गई थी। ऐसे में वर्तमान में दूध की कीमतों में बढ़ोतरी, घरेलू बजट को प्रभावित कर सकती है।
दो महीने के दौरान दूसरी बार अमूल ने बढ़ाए दाम
यहां पर बता दें कि इससे पहले अगस्त महीने में भी अमूल और मदर डेयरी के साथ-साथ अन्य कंपनियों ने भी दूध की कीमतों में बढ़ोतरी की थी। दूध के दामों में बढ़ोतरी के पक्ष में यह तर्क दिया जा रहा है कि पशुओं के चारे की महंगाई दर बढ़ रहा है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक पशुओं के चारे में महंगाई 25 प्रतिशत से ऊपर 9 साल के रिकॉर्ड स्तर के करीब बनी हुई है। अमूल दूध के दामों में 17 अगस्त से प्रति लीटर दो रुपये की बढ़ोतरी की गई थी। अमूल ने तब बढ़ती लागत का हवाला दिया था। अमूल डेयरी के मैनेजिंग डायरेक्टर आरएस सोढ़ी ने बताया कि देश के कुछ हिस्सों में अमूल गोल्ड और भैंस के दूध की कीमतों में दो रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। इस इजाफे की वजह फैट की कीमतों में हुई बढ़ोतरी होना है।
दूसरी कंपनियां भी बढ़ा सकती हैं दूध के दाम
वहीं अमूल के साथ-साथ मदर डेयरी ने भी अगस्त में दूध की कीमतों में बढ़ोतरी की थी। मदर डेयरी ने दिल्ली-एनसीआर में दूध की कीमतें 2 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दिए थे। नए रेट 17 अगस्त से लागू हैं। पिछली बार फेडरेशन ने कहा था कि किसानों की दूध उत्पादन की लागत लगातार बढ़ रही है जिससे उनकी आय घटी है। किसानों को राहत देने के लिए ही दूध के दामों में बढ़त की गई है। दूसरी तरफ कहा जा रहा है कि इस त्योहारी सीजन में अमूल दूध के दाम बढ़ाने के बाद दूसरी कंपनियां भी दूध के दाम बढ़ा सकती हैं।
क्यों बढ़ रहे दूध के दाम?
ऐसा माना जा रहा है कि शुरुआत में जारी थोक मुद्रास्फीति के आंकड़ों से संकेत मिलता है कि चारे की मुद्रास्फीति दर 25 प्रतिशत पर रिकॉर्ड ऊंचाई के करीब बनी हुई है। ऐसे में किसानों को अपने मवेशियों को पालने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है और पहले से कहीं ज्यादा उनकी कमाई मवेशियों पर खर्च की जा रही है। इससे दूध उत्पादन की लागत लगातार बढ़ती जा रही है।