अर्जुन ने अपने रणजी डेब्यू मैच में शतक बनाया था। ठीक उसी तरह जैसे 34 साल पहले पिता सचिन ने मारा था।
योगराज सिंह जिन्होंने देश को युवराज जैसा क्रिकेटर दिया। युवी के पिता ने रणजी से पहले अर्जुन तेंडुलकर को ट्रेनिंग दे रहे है। योगराजसिंध जो अर्जुन को ट्रेनिंग दे रहे है वो कहते है की, अर्जुन की सहायता करना मेरा कर्तव्य है। सचिन का फोन आया, बोले- अर्जुन आ रहे हैं। जब तक अर्जुन रहेगा, आपको उसे प्रशिक्षित करना होगा।
तभी से वो अर्जुन को ट्रेनिंग दे रहे है। मैंने अर्जुन से कहा, तुम सचिन तेंदुलकर के बेटे हो, यह ध्यान में नहीं रखना चाहिए। तुम स्वतंत्र हो मैं उसे अपने कमरे में ले गया और उससे कहा कि मेरे कमरे में सचिन और युवराज की फोटो है। मैं चाहता हूं कि तीसरी फोटो आपकी हो। मेरी अपील है कि अर्जुन की तुलना सचिन से न करें। ये अलग है। मुझे विश्वास है कि वह एक दिन दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज बनेंगे।
अर्जुन ने अपने रणजी डेब्यू मैच में शतक बनाया था। ठीक उसी तरह जैसे 34 साल पहले पिता सचिन ने मारा था। 1988 में डेब्यू मैच सचिन ने शतक जडा था। अर्जुन की इस उपलब्धि के पीछे उनके पिता सचिन का अनुभव ही नहीं बल्कि कई लोगों की मेहनत है।
योगराज सिंघने कहा की, अर्जुन बहुत अच्छा बल्लेबाज बन जाएगा। मैंने सचिन से भी बात की है और कहा है कि अगर आपको लगता है कि मुझे अर्जुन के लिए आने की जरूरत है तो मैं मुंबई शिफ्ट हो जाऊंगा। एक आदमी को अपनी क्षमता को अधिकतम करने के लिए पूरी तरह से व्यस्त होना पड़ता है।