इन राशियों पर गुरु प्रभाव: जिनकी कुंडली में बृहस्पति मजबूत स्थिति में होता है, उन्हें अधिक लाभ कहा जाता है। साथ ही अगर कुंडली में बृहस्पति अशुभ स्थिति में हो तो परेशानियां भी बढ़ जाती हैं। इस बार गुरु के कारण 3 राशि बहुत लाभदायक है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुरु को शिक्षा, संतान, धार्मिक कार्यों के लिए उत्तरदायी माना जाता है। बृहस्पति की कृपा हो तो जीवन में कोई भी काम आसानी से हो सकता है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार जिनकी कुंडली में गुरु मजबूत स्थिति में होता है उन्हें जीवन में सफलता मिलती है। साथ ही बृहस्पति की खराब दृष्टि के कारण भी परेशानी होगी। गुरु की स्थिति परिवर्तन का प्रभाव मेष, मिथुन और कन्या राशि के जातकों पर कहा जाता है।
इस राशि के जातकों के लिए बृहस्पति नवम और बारहवें भाव का स्वामी है और कहा जाता है कि इस दौरान उन्हें मिले-जुले परिणाम मिलेंगे। इससे इस राशि के जातकों का स्वास्थ्य बिगड़ सकता है।
कार्यों को पूरा करने में भी परेशानी हो सकती है और मानसिक तनाव बढ़ सकता है। लेकिन संतान और विवाह इस समय भाग्यशाली हैं और प्यार के मामले में भी आपको अपने परिवार की स्वीकृति मिलेगी।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बृहस्पति मिथुन राशि के सप्तम और दशम भाव का स्वामी है और यह समय कुंडली के ग्यारहवें भाव में गोचर कर रहा है। इस गुरु के कारण आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है। साथ ही करियर में सफलता मिलेगी, व्यापार में भी वृद्धि होगी और लाभ में वृद्धि होगी।
इस राशि की कुंडली में बृहस्पति आठवें भाव में भ्रमण करता है। इसलिए विवाद बढ़ सकते हैं, निवेश हानिकारक हो सकता है। धन हानि होने की संभावना है। स्वास्थ्य भी बिगड़ सकता है, सावधान रहें।