प्रमुख मुस्लिम संगठनों के प्रमुखों ने प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार की जी भर के प्रशंसा की है। विभिन्न मुस्लिम संगठनों के नेताओं ने अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए तीन तलाक के उन्मूलन सहित कई कदम उठाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की प्रशंसा की। एनआईडी फाउंडेशन द्वारा आयोजित “अखिल भारतीय अल्पसंख्यक सम्मेलन – अमृत काल में अल्पसंख्यकों की भूमिका” में बोलते हुए, अहमदिया मुस्लिम समुदाय के विदेश मामलों के निदेशक अहसान गोरी ने कहा, “पीएम मोदी ने देश और विशेष रूप से अल्पसंख्यकों के लिए कई कदम उठाए हैं। उनकी सराहना की जानी चाहिए। अच्छी चीजों की सराहना की जानी चाहिए और हम उनकी सराहना करते हैं।
अहमदिया मुसलमानों ने तीन तलाक पर प्रतिबंध लगाने की प्रधानमंत्री की पहल की सराहना की। अहमदिया मुस्लिम यूथ एसोसिएशन के अध्यक्ष ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि इस्लाम भी तीन तलाक को नहीं मानता है। “इस्लाम भी तीन तलाक की प्रथा को स्वीकार नहीं करता है। ऐसे में पीएम मोदी की सरकार का यह कदम एक अच्छा कदम है। यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक अच्छा कदम है। हम इस पहल का सम्मान करते हैं।”
इस अवसर पर बोलते हुए, अहमदिया मुस्लिम यूथ एसोसिएशन फॉरेन अफेयर्स के निदेशक अहसान गोरी ने कहा, “पीएम मोदी ने देश और अल्पसंख्यकों के लिए कई कदम उठाए हैं और इसकी सराहना की जानी चाहिए।”
सूफी इस्लामिक बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष मंसूर खान ने कहा, “दुनिया पीएम मोदी को एक महान नेता के रूप में पहचानती है। वह आज एक वैश्विक नेता हैं। यह हमारा सौभाग्य है कि हमें ऐसा महान नेता मिला है जिसने हमारे देश को विश्व नेता बना दिया है।” उलेमा फाउंडेशन जामिया आलिया जाफरिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना कौकब मुजतबा ने कहा कि पीएम मोदी ने ऐसे फैसले लिए हैं जो 1947 के बाद से नहीं लिए गए। गौरतलब है कि मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) कानून एक अगस्त 2019 को पारित हुआ था। तीन तलाक में करीब 82 फीसदी की कमी आई। तीन तलाक को खत्म कर मोदी सरकार ने मुस्लिम महिलाओं के सामाजिक-आर्थिक, मौलिक और संवैधानिक अधिकारों को मजबूत किया है।