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केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इस साल भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए छह फीसदी से अधिक की अनुमानित विकास दर के बावजूद, यह वैश्विक आर्थिक दृष्टिकोण और भू-राजनीतिक माहौल को लेकर चिंतित है। उन्होंने वाशिंगटन डीसी में विश्व बैंक-आईएमएफ वसंत बैठक 2023 की विकास समिति की बैठक में भाग लेने के दौरान बुधवार को यह टिप्पणी की। सीतारमण ने उल्लेख किया कि विश्व बैंक को ‘गरीबी मुक्त विश्व’ के अपने दृष्टिकोण के लिए काम करना जारी रखना चाहिए और ‘अत्यधिक गरीबी को समाप्त करने’ और ‘साझा समृद्धि को बढ़ावा देने’ के अपने मिशन को समावेशी, लचीला और टिकाऊ तरीके से हासिल करना चाहिए। सीतारमण ने सुझाव दिया कि वैश्विक सार्वजनिक वस्तुओं को भी तीसरे लक्ष्य के रूप में ध्यान में लाया जाना चाहिए। वित्त मंत्री ने उल्लेख किया कि विश्व बैंक समूह का विकास-गवर्नरों के लिए एक रिपोर्ट विश्व बैंक समूह के विकास पर सामूहिक रूप से सोचने का एक ऐतिहासिक अवसर प्रदान करता है।
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