Pahaad Connection
Breaking Newsअपराधउत्तराखंड

दून पुलिस के बिछाये जाल में फंसा सपेरों का अन्तर्राज्जीय चिमटी गैंग

Advertisement

देहादून, 10 जुलाई। दून पुलिस के बिछाये जाल में फंसा सपेरों का अन्तर्राज्जीय चिमटी गैंग। चोरी की बडी वारदात को अंजाम देने आये गैंग के 03 सदस्यों को रायपुर पुलिस व एसओजी ने गिरफ्तार कर लिया हैं। पुलिस ने जनपद हरिद्वार सहित 04 बडी चोरियों का खुलासा कर दिया हैं। पुलिस ने अभियुक्तो के कब्जे से चोरी किये गये 12,00000 रूपये कीमत के सोने के आभूषण बरामद किये हैं। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त 02 मोटर साईकिल को भी सीज कर दिया हैं। पुलिस ने दावा किया हैं गैंग के सदस्यों पर 12 चोरियों के मुकदमे दर्ज है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार 15 मई को विजय कुमार पुत्र राजेन्द्र सिंह निवासी ग्राम सोड़ा सरोली थाना रायपुर देहरादून ने थाना रायपुर आकर प्रार्थना पत्र दिया कि वह 13 मई को अपने परिवार सहित अपने ससुराल रानीपोखरी गया था, व 14 मई को वापस आने पर देखा कि किसी अज्ञात चोरों द्वारा शिकायतकर्ता के घर का दरवाजा तोडकर कमरे में रखी आलमारी का लाकर तोडकर आलमारी में रखी नगदी व ज्वैलरी चोरी कर ली है। उसकी तहरीर के आधार पर तत्काल थाना पुलिस ने मुकदमा अपराध सख्या 205/2023 धारा 380/457 भादवि बनाम अज्ञात पंजीकृत कर विवेचना उप निरीक्षक राजीव धारीवाल चौकी प्रभारी मालदेवता के सुपुर्द की गयी।

Advertisement

वहीं दूसरी तरफ 22 जून को श्रीमती देवकी देवी पत्नी प्रकाश चन्द्र जोशी निवासी माउन्ट ब्यू कालोनी नत्थुवाला ढांग देहरादून ने थाने आकर प्रार्थना पत्र दिया कि वह 20 जून को अपनी बेटी के घर मियांवाला गयी थी व 21 जून को अपने घर वापस आयी तो देखा कि अज्ञात लोगों के द्वारा उसके घर से नगद धनराशि व सोने के आभूषण चोरी कर ली है। महिला की तहरीर के आधार पर तत्काल थाने पर मुकदमा अपराध सख्या 263/2023 धारा 380/457 भादवि बनाम अज्ञात पंजीकृत कर विवेचना उप निरीक्षक राकेश पुण्डीर चौकी प्रभारी बालावाला के सुपुर्द की गयी।

पुलिस उप महानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा अभियोगों के अनावरण के लिये निर्देश जारी किये गये। जिसके अनुपालन मे पुलिस अधीक्षक अपराध व पुलिस अधीक्षक नगर के मार्गदर्शन एवं पुलिस क्षेत्राधिकारी रायपुर देहरादून के पर्यवेक्षण में थानाध्यक्ष रायपुर द्वारा स्वयं के नेतृत्व में चार अलग-अलग पुलिस टीमें गठित की गयी। गठित टीमो में से प्रथम टीम द्वारा चोरी के अपराधों में पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्तो का सत्यापन कर उनकी जानकारी एकत्रित की गयी। द्धितीय टीम द्वारा जनपद में चोरी, लूट, नकबजनी के अपराधों में  घटना से पूर्व सुद्धोवाला जेल से जमानत व सजा से रिहा हुए अपराधियों व साक्ष्य में न्यायालय उपस्थित हुए अपराधियों की जानकारी की गयी। तृतीय टीम द्वारा घटना से पूर्व व घटना के पश्चात विभिन्न स्थानों पर लगे सीसीटीवी फुटैज अवलोकन व साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की गयी। चौथी टीम द्वारा एसओजी की टीम के साथ मिलकर अभियुक्त गणों के सम्बन्ध में सर्विलासं के माध्यम से साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की गयी। गठित पुलिस टीम द्वारा घटना के आस-पास कुल 95 सीसीटीवी फुटैज लगभग 05 किलो मीटर के रेडियस में चैक किये गये, घटनास्थल के पास एक सीसीटीवी कैमरे में 04 व्यक्तियों के घर के अन्दर आने व घटना के बाद जाने की फुटैज मिले। इसके अतिरिक्त 02 पुलिस टीम में से एक टीम हरिद्वार व एक टीम सहारनपुर रवाना की गयी। पुलिस टीम द्वारा किये गये प्रयासो से पुलिस टीम को अहम जानकारी प्राप्त हुयी कि पांच माह पूर्व एक सपेरा गैंग सुद्धोवाला जेल से जमानत पर रिहा हुआ है। जिनके द्वारा पूर्व में बन्द घरों में इसी प्रकार चोरी की घटनाओ को अंजाम दिया गया था। उक्त गैंग के सदस्यों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करने पर उनका घटनाओ के समय देहरादून में होना ज्ञात हुआ जिस पर पुलिस टीम द्वारा मैनुअली कार्य करते हुए उक्त गैंग के सभी सदस्यों के सम्बन्ध में गोपनीय रुप से जानकारिया एकत्रित की गयी तो पुलिस को सूचना मिली कि उक्त गैंग जल्दी ही देहरादून में दोबारा घटना को अंजाम देने की फिराक में है जिस पर गैंग को गिरफ्तार करने हेतु रायपुर थाना क्षेत्र में रात्रि में लगातार तीन पुलिस टीमें रायपुर में प्रवेश करने वाले बार्डर बालावाला, थानो व महाराणा प्रताप चौक पर टीमें नियुक्त कर सतर्क दृष्टि रखी गयी व एक टीम गैंग की गतिविधियों पर नजर बनाये रखने हेतु हरिद्वार में नियुक्त की गयी। रात्रि को उक्त गैंग द्वारा घटना को पुन: अंजाम देने हेतु पथरी हरिद्वार से चलकर भानियावाला जौलीग्रान्ट से होते हुए थानो के रास्ते जैसे ही सौडा सरोली रायपुर पहुंचे पूर्व में ही गठित पुलिस टीम द्वारा गैंग के तीन सदस्यों फौजी नाथ उर्फ चिमटी नाथ पुत्र श्री कल्लू नाथ निवासी सपेरा बस्ती घोसीपुरा थाना पथरी जनपद हरिद्धार उम्र 28 वर्ष, विक्की पुत्र अमरनाथ निवासी सपेरा बस्ती घोसीपुरा थाना पथरी जनपद हरिद्धार उम्र 35 वर्ष व कान्ता पुत्र मौसमनाथ निवासी सपेरा बस्ती घोसीपुरा थाना पथरी जनपद हरिद्धार उम्र 20 वर्ष

Advertisement

को गिरफ्तार किया गया। जिससे पूछताछ करने पर उनके द्वारा 13 मई को सौडा सरोली व 21 जून को बालावाला में चोरी की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया गया। उनकी निशानदेही पर सपेरा बस्ती घोसीपुरा थाना पथरी हरिद्वार से 12,00000 रूपये कीमत के सोने के आभूषण, घटना करने हेतु प्रयुक्त पेचकस, सरिया व टार्च बरामद किये गये तथा घटना में प्रयुक्त दोनों मोटर साईकिल को सीज किया गया।

गिरफ्तार अभियुक्त फौजी, विक्की व कान्ता ने पूछताछ में बताया कि वह लोग घोसीपुरा थाना पथरी जनपद हरिद्वार स्थित सपेरा बस्ती के निवासी है।लोगों को दिखाने के लिए नीबू मिर्ची बेचने एंव शनिदान माँगने के लिये उत्तराखण्ड राज्य के देहरादून, हरिद्वार, कोटद्वार, नैनीताल, ऊधम सिंह नगर एंव उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हिमांचल प्रदेश, हरियाणा आदि राज्यो के विभिन्न स्थानों में जाकर गली मौहल्ले में घूमा करते है। इसी की आड में घूम-घूमकर बंद घरो की रेकी करते है। हमने अपने गैगं का नाम चिमटी गैंग रखा है। रैकी करने के बाद वह अपने गैंग के साथ उक्त जानकारी साझा कर एक निश्चित प्लान के तहत रात्री में चिन्हित स्थानों/घरो का ताला तोड़कर ज्वैलरी एंव नकदी चोरी कर लेते है। उन्होंने मिलकर कई राज्यों में चोरी कर रखी है जिसमें वह लोग कई बार जेल जा चुके है। उन्होंने मिलकर लगभग 02 माह पूर्व सौडा सरौली एक बन्द घर में ताला तोडकर ज्वैलरी व नगदी चोरी की थी तथा करीब 15-20 दिन पूर्व रात्री में सोड़ा सरोली नदी के पार बालावाला क्षेत्र में एक बंद घर का ताला तोलकर काफी मात्रा में सोने की ज्वैलरी एंव करीब 1500 रुपये चोरी किये थे। चोरी की घटना के लिये वह लोग अपनी मोटर साईकिल संख्या यूके 08एजेड 6742 स्पेन्डर प्लस एंव दूसरी मोटर साईकिल संख्या यूके 08एआर 5448 बजाज प्लेटिना का प्रयोग करते है। घटना करने के दौरान वह मोबाइल फोन का प्रयोग नही करते है। साथ ही जिन मोबाइलो को हम इस्तेमाल करते है उसमें ज्यादा दिनो तक किसी एक नम्बर को नही रखते है। उन्होंने लगभग 25 दिन पहले बालावाला स्थित गांव में चोरी करने के लिए रैकी की थी, रैकी के दौरान वह सुनसान स्थानो या जंगल, नालो, नदियों से लगे मकानो को अपना टारगेट बनाते है। घटना के दौरान वह अपनी मोटर साईकिल घटना करने वाली जगह से काफी दूर खडी कर देते है, जिससे उनके आने जाने का पता किसी को न लग सके तथा घटना को अजाम देने के लिए वह मुख्य मार्गो का इस्तेमाल ना करते हुये जंगल तथा नदी नालो के रास्तो का इस्तेमाल करते है। चोरी की घटना को अजाम देने के दौरान उनमे से दो लोग घर के अन्दर घुसते है तथा बाकी लोग घर के बाहर आने- जाने वाले लोगो की निगरानी करते है। बालावाला तथा सौडा सरौली में भी उनके द्वारा घटना को अजाम देने के लिए जंगल के रास्ते का इस्तेमाल किया गया था। उक्त दोनो घटनाओ को अजाम देने के बाद वह सामान लेकर अपने घर घोसीपुर चले गये थे तथा चोरी के सामान को बेचने के लिये सही समय का इन्तजार कर रहे थे। अब उनकी रायपुर स्टेडियम के आस-पास नदी से लगते हुए बन्द घरों में चोरी करने की योजना थी पर उससे पूर्व ही पुलिस ने उन्हे पकड लिया।

Advertisement
Advertisement

Related posts

राज्यपाल ने किया विश्वविद्यालय के सातवें दीक्षांत समारोह में प्रतिभाग

pahaadconnection

एसएसपी ने कर्मचारियों को दिलाई शपथ

pahaadconnection

मुख्यमंत्री की घोषणाओं के क्रियान्वयन की अद्यतन आख्या घोषणा पोर्टल पर नियमित रूप से अपलोड किये जाने की हिदायत

pahaadconnection

Leave a Comment