‘जाने भी दो यारो’ कल्ट क्लासिक फिल्म साबित हुई थी। इस फिल्म में बड़े स्टार्स ने नहीं बल्कि स्टर्गलिंग सितारों ने काम किया था. नसीरुद्दीन शाह और रवि बासवानी ने इसमें लीड भूमिका निभाई थी। छोटे बजट में बनी इस फिल्म ने बड़ा धमाका किया था और लोगों के दिलों में एक खास जगह बना ली थी। फिल्म को आज भी खूब पसंद किया जाता है।
‘जाने भी दो यारो’ फिल्म में जिस एक शख्स को सबसे ज्यादा पैसा मिला था वह थे नसीरूद्दीन शाह और साल 1983 में उनकी इस फिल्म के लिए फीस थी कुल 15 हजार रुपये। और, वह भी इस शर्त के साथ फिल्म की शूटिंग के लिए कपड़े वह घर से पहनकर आएंगे और अपना निकोन कैमरा भी साथ लेकर आएंगे, जिसे गले में लटकाकर उन्हें फिल्म में फोटोग्राफर दिखना था। नसीर ने तब तो उफ नहीं की लेकिन जब शूटिंग के आखिरी दिनों में उनका कैमरा चोरी हो गया तो बेचारे बहुत दुखी हुए। सबसे अपना दर्द कहते लेकिन सेट पर कोई भी ऐसा दिलदार नहीं था जो कहता, कोई बात नहीं चलो मैं दूसरा कैमरा दिला देता हूं। नसीर को अपना वह कैमरा अब भी याद दिलाओ तो चेहरे पर दर्द बनकर उभर आता है। नेशनल फिल्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ने जाने भी दो यारो फिल्म को बनाने के लिए पैसे दिए थे। उस वक्त फिल्म के निर्माण ने 6 लाख 84 हजार रुपये खर्च हुए थे। फिल्म की स्टारकास्ट में सबसे ज्यादा फीस नसीरुद्दीन शाह को 15 हजार रुपये मिली थी। बाकी सभी स्टार्स को 3-3 हजार रुपये दिए गए थे। भ्रष्टाचार और लाल फीताशाही पर व्यंग्य कसती इस फिल्म को थिएटर डायरेक्टर रंजीत कपूर और सतीश कौशिक ने मिलकर लिखा था।