देहरादून 9 जनवरी। अंकिता भंडारी के माता पिता द्वारा अंकिता की हत्या के मामले में वीआईपी के के नाम की पहचान करने के बावजूद सरकार द्वारा कोई कार्रवाई न करने तथा रिसोर्ट पर तत्काल जेसीबी चलाने वाले लोगों पर भी कोई कार्रवाई न होने से नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को एक ज्ञापन भी प्रेषित किया। कांग्रेस महानगर अध्यक्ष जसविन्दर सिंह गोगी ने कहा कि सरकार मामले में दोषियों को बचाने का प्रयास कर रही है। अंकिता के माता पिता के आरोपों के अनुसार न अजय कुमार को जांच की जद में लाया गया न सबूतों को नष्ट करने के लिए तत्काल रिसॉर्ट पर जेसीबी चलाने का आदेश देने वाली विधायक रेणु बिष्ट और एसडीएम प्रमोद कुमार पर ही कोई कार्रवाई हुई। मुख्य आरोपी भाजपा नेता या उसके परिजन हैं, जांच में जिस वीआईपी का नाम आ रहा है वो आरएसएस और भाजपा का वरिष्ठ नेता है, ऐसे में धामी सरकार के पास इस मामले की जांच का नैतिक साहस ही नहीं है। जांच उच्च न्यायालय के सिटिंग जज की देखरेख में करवाई जाए। प्रदेश उपाध्यक्ष पूरण सिंह रावत ने कहा कि भाजपा लोगों की धार्मिक भावनाओं का इस्तेमाल कर चुनाव जीतती हैं और अगले पांच साल निरंकुश राज करती है। फिर से जब चुनाव आते हैं तो धार्मिक मुद्दे छेड़ कर लोगों में घृणा और द्वेष पैदा कर के राजनीतिक रोटियां सेकती है। इस आड़ में अंकिता को न्याय, भूकानून जैसे अहम मुद्दे गौण हो जाते हैं। अब लोग भाजपा का असली चरित्र समझ चुके हैं और भाजपा की ये काठ की हांडी बार बार नहीं चढ़ने वाली। कांग्रेस इस मुद्दे को उठाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। इस अवसर पर प्रदेश महासचिव मनीष नागपाल, महिला कांग्रेस महानगर अध्यक्ष श्रीमती उर्मिला थापा, मंजू त्रिपाठी, जगदीश धीमान, अनूप कपूर, अभिषेक तिवारी , सलमान, वीरेंद्र पवार आदि उपस्थित थे।