देहरादून 12 अगस्त। चिन्हित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री धीरेंद्र प्रताप ने उत्तरकाशी में चिन्हित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति के सचिव ठाकुर खुशपाल परमार द्वारा अनशन के जरिए आंदोलनकारीयों के चिन्हीकरण और की पेंशन राशि 15000 किए जाने 10प्रतिशत आरक्षण, सशक्त भू कानून, मूल निवास अनिवार्य किए जाने को लेकर आंदोलनकारी की पेंशन में देरी को देखते हुए पेंशन पट्टा बनाए जाने के सवालों को लेकर किया जा रहे अनशन का जोरदार समर्थन किया है। धीरेंद्र प्रताप ने कहा है कि संयुक्त समिति काफी अरसे से इन सवालों को लेकर संघर्ष कर रही है परंतु राज्य सरकार है कि उसके कानों में जूऊ नहीं रही। धीरेंद्र प्रताप ने देहरादून में क्रांति कुकरेती के नेतृत्व में चल रहे 10 फ़ीसदी आरक्षण की मांग का भी पुरजोर समर्थन किया है और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मांग की है कि वह तत्काल राज्यपाल से मिले और अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर उन्हें याद दिलाए कि राज्य विधानसभा का जो प्रस्ताव है वह राज्य की जन भावना है और गवर्नर साहब को उसे जनभावना का सम्मान करते हुए तत्काल 10 फीसदी आरक्षण के वहाल कर विधानसभा से प्रस्तावित प्रस्ताव पर मोहर लगाने की मांग करें । इस बीच धीरेंद्र प्रताप ने बताया कि राज्य आंदोलनकारियो के 17 अगस्त को हल्द्वानी में होने वाले सम्मेलन की जोरदार तैयारी की जा रही है और 21 सदस्य संचालन समिति इस आयोजन की तैयारी में है। उन्होंने बताया राज्य आंदोलनकारी भवन जोशी को इस संचालन समिति का संयोजक और पान सिंह सीजवाली और नीरज तिवारी को समिति का सचिव बनाया गया है। उन्होंने कहा कि कुमाऊं भर से राज्य आंदोलनकारी इस सम्मेलन में भाग लेने 17 अगस्त को हल्द्वानी पहुंच रहे हैं।