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विद्युत उपभोक्ताओं को राहत दिलाने के लिए मोर्चा ने नियामक आयोग में दी दस्तक

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विकासनगर – जन संघर्ष मोर्चा प्रतिनिधिमंडल ने मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी के नेतृत्व में विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष एम.एल. प्रसाद से मुलाकात कर लाइन लॉस (डिस्ट्रीब्यूशन लॉस) एवं ए.टी एंड सी.लॉसेस कम कराने का आग्रह किया, जिस पर प्रसाद ने कार्यवाही का भरोसा दिलाया।
नेगी ने कहा कि लाइन लॉस के चलते विद्युत उपभोक्ताओं को महंगी बिजली खरीदने पर मजबूर होना पड़ रहा है। नेगी ने कहा कि गत वर्ष 2023-24 तक विद्युत वितरण हानियां 13.89 फ़ीसदी एवं एटी एंड सी हानियां 14.64 फ़ीसदी थी, लेकिन लॉसेस बढ़ते- बढ़ते अगस्त 2024 तक लाइन लॉस 18.96 फ़ीसदी एवं ए.टी.एंड सी. हानियां 33.41 फ़ीसदी तक पहुंच गई, जोकि बहुत बड़ी हानि है तथा इसका बोझ फिर जनता के सर पड रहा है, जिसके चलते 1500- 2000 करोड़ रुपए की राजस्व हानि हो रही है। एक किलोवाट तक के उपभोक्ताओं को मोर्चा पूर्व में राहत दिला चुका है। नेगी ने हैरानी जताई कि सरकार एवं उसके अधिकारी विद्युत लाइन लॉस कम करने में क्यों नाकाम साबित हो रहे हैं क्यों दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। नेगी ने कहा कि अगर आंकड़ों की बात करें तो सबसे ज्यादा लाइन लॉस विद्युत वितरण खंड, रुड़की 39.48 फ़ीसदी, रुड़की ग्रामीण 42.89, रुद्रपुर-द्वितीय 37.34 फ़ीसदी, बागेश्वर 32.62 फ़ीसदी, लक्सर 35.25,रुड़की सेंटर 34.35 वाले केंद्र हैं तथा कई ऐसे खंड हैं, जो 25-30 तक पहुंच गए हैं, जिनकी वजह से पूरे प्रदेश का विद्युत उपभोक्ता कराह रहा है। अगर ए टी एंड सी लॉसेस की बात करें तो अगस्त 2024 तक रुड़की (अर्बन) 53.65, रुड़की (ग्रामीण) 53.24,बागेश्वर 49.82,अल्मोड़ा 50.13,रामनगर 48.20,हल्द्वानी 50.01 फ़ीसदी तक पहुंच गई हैं | वर्ष 2022-23 तक लाइन लॉसेस 14.41 फीसदी थी। राजभवन /सरकार /विभाग सभी जनता की बर्बादी का जश्न मना रहे हैं। नेगी ने कहा कि ऊर्जा बचाओ/ बिजली बचाओ का नारा हवा हवाई हो गया है। प्रतिनिधिमंडल में मोर्चा महासचिव आकाश पंवार, प्रवीण शर्मा पिन्नी व भीम सिंह बिष्ट मौजूद थे।

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