फरीदाबाद (हरियाणा), 17 जुलाई। भारत माता की पूरे विश्व में जय-जयकार कराना तथा मजबूत अर्थव्यवस्था बनाना ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लक्ष्य है। यह बात फरीदाबाद के सूरजकुंड स्थित राजहंस होटल में चल रहे भाजपा के प्रशिक्षण शिविर में राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश ने कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व मंत्री कविता जैन ने की। विजनरी नेतृत्व, आत्मनिर्भर भारत, अमृतकाल की तैयारी विषय पर बोलते हुए शिव प्रकाश ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था को 16 ट्रिलीयन डॉलर तक ले जाना है। यह तभी संभव होगा जब देश में ग्राम उद्योग, कुटीर उद्योग को बढ़ावा मिले, देश आत्मनिर्भर हो। इन्हीं सभी उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए पीएम मोदी दूरदृष्टि से काम लेते हुए कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भारत को सुपर पॉवर नहीं जगत गुरू बनाना हमारा लक्ष्य है। भारत ने कभी सुपरपॉवर बनने की नहीं सोची। कोरोना संकट के समय भारत ने दुनिया को मुफ्त दवाईयां दी, हम शोषण नहीं पोषण पर विश्वास करते हैं। भारत ने पूरी दुनिया को योग देकर स्वस्थ जीवन का उदाहरण पेश किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की सोच है कि भारत हमारी मां और हम उसके पुत्र हैं। देश समरसता से युक्त हो, आने वाले दिनों में 100 प्रतिशत इलेक्ट्रिक वाहन देश में हों, भाजपा के शासनकाल में देश की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है। रक्षा के क्षेत्र में हम आर्थिक तौर पर मजबूत हुए हैं। शिव प्रकाश ने कहा कि श्रेष्ठ, क्षमतावान योग्य कार्यकर्ता अगर कम भी हैं तो भी वे समाज में सकारात्मक छाप छोड़ सकते हैं। अगर हरियाणा में ऐसे कार्यकर्ता हैं तो वे आने वाले समय में भी निश्चित ही चुनाव जीत सकते हैं। हमारे पास जितने ज्यादा सक्रिय नेता होंगे, उतना ही हम पूरे भारत में अपना नेतृत्व कायम कर सकते हैं।
नेता कैसा हो और उनमें कौन-कौन से गुण होने चाहिए, इसपर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा हमें समाज का मार्गदर्शन करना है तो समाज में अपनी बात रखने की कला, बेहतर व्यक्तित्व, अच्छी छवि के साथ-साथ कुशल वक्ता भी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जैसे हमारे प्रधानमंत्री पूरे भारत में अपने विचार पहुंचाने की क्षमता रखते हैं, उसी प्रकार अटल जी में भी ऐसी क्षमता थी। जैसे तीन मिनट के भाषण में स्वामी विवेकानंद ने पूरे विश्व में अपनी अमिट छाप छोड़ी। उनका एक ही कथन माई अमेरिकन ब्रदर एंड सिस्टर ने पूरे अमेरिका को अपनी ओर आकर्षित कर लिया। उन्होंने कहा कि जिसका कर्म, वाणी और मन एक है, वही व्यक्ति श्रेष्ठ है। इन गुणों के चलते ही एक अच्छा कार्यकर्ता का निर्माण संभव है। ऐसे कार्यकर्ता लंबे समय तक समाज को प्रभावित कर सकते हैं। कथनी और करनी में अंतर नहीं होना चाहिए।
निर्णय लेने की क्षमता पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी को जब प्रधानमंत्री चुना गया तो उनके पास योजना आयोग की जगह नीति आयोग करने का सुझाव आया तो श्री मोदी में दूरदर्शिता व निर्णय लेने की त्वरित क्षमता के कारण इस सुझाव को मानते हुए नीति आयोग नाम दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ वर्षों में यह साबित कर दिया कि हमें कहां जाना है। प्रधानमंत्री में सेवक जैसा भाव है। आजादी के 100 वर्ष पूरे होने पर उस वेला को अमृतकाल के रूप में मनाया जाएगा। आजादी के बाद समाज लक्ष्य विहीन होता चला गया। लेकिन प्रधानमंत्री ने अमृतकाल के 25 वर्ष पूर्व ही अपना विजन स्पष्ट कर दिया है कि उस समय का भारत कैसा होगा। पीएम मोदी का मिशन है कि भारत आर्थिक स्मृद्धि प्राप्त करे और उच्च तकनीक के अलावा रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनें। मोदी की दूरदर्शिता के कारण बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना किसी पार्टी की नहीं बल्कि पूरे देश की योजना बन गई।
हरियाणा: भारत को सुपर पॉवर नहीं, जगत गुरू बनाना मोदी का लक्ष्य: शिव प्रकाश
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