पौड़ी युवा कांग्रेस कार्यकर्ता नितिन बिष्ट के खिलाफ पौड़ी प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने गांधी पार्क में धरना दिया. शनिवार देर शाम अग्निवीर भर्ती को लेकर प्रमाण पत्र बनाने को लेकर विवाद हो गया।
पौड़ी तहसील में युवा कांग्रेस नेता और एसडीएम सदर के बीच विवाद राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच गया है. कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख, पूर्व सीएम, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष समेत कई नेताओं ने एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. भाकपा-माले के गढ़वाल सचिव ने भी एसडीएम के व्यवहार को आपत्तिजनक बताया है. उधर, बीजेपी एसडीएम के बचाव में उतरी है.
पौड़ी युवा कांग्रेस कार्यकर्ता नितिन बिष्ट के खिलाफ पौड़ी प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सोमवार को गांधी पार्क में धरना दिया. शनिवार की देर शाम तहसील पौड़ी परिसर में अग्निवीर की भर्ती के लिए बने प्रमाण पत्र को लेकर विवाद हो गया।
कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख वैभव वालिया ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर एसडीएम सदर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि अग्निवीर भर्ती में सर्टिफिकेट को लेकर परेशान युवाओं की समस्या को उठाने के लिए युवा नितिन बिष्ट के खिलाफ केस दर्ज करना गलत है.
एसडीएम सदर को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की मांग
कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने विवाद का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा कि अधिकारी जनता के प्रति संवेदनशील रहें. यूथ कांग्रेस के सहयोगी ने एसडीएम से मांगा सर्टिफिकेट, युवाओं के खाने की व्यवस्था तो एसडीएम ने की अभद्रता.
युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदेश अध्यक्ष सुमितार भुल्लर, पूर्व कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रंजीत रावत ने एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. भाकपा-माले के गढ़वाल सचिव इंद्रेश मैखुरी ने एसडीएम सदर को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की मांग की.
एसडीएम सदर व कर्मी सुबह से देर रात तक शालीनता व सहजता से अग्निवीर भर्ती से संबंधित प्रमाण पत्र बनवा रहे हैं, लेकिन कर्मियों को धमकी देना, यूथ कांग्रेस नेता द्वारा अभद्र व्यवहार करना निंदनीय है. यूथ कांग्रेस को इस अमानवीय व्यवहार के पदाधिकारी को तुरंत पार्टी से बर्खास्त करना चाहिए। जगत किशोर बर्थवाल, जिला महासचिव भाजपा।