नई दिल्ली। रियल एस्टेट के क्षेत्र में रेरा (रियल एस्टेट नियामक प्राधिकरण, भारत सरकार) के दिशा निर्देशों पर आधारित, रियल एस्टेट सेक्टर का पहला और एक अनूठे व्यवसायिक प्रबंधन डिग्री प्रोग्राम के लिए सेवमैक्स ग्लोबल एजुकेशन (कनाडा) एवं लेमरिन टेक स्किल यूनिवर्सिटी, (एलटीएसयू पंजाब) के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया। नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में रियल एस्टेट सेक्टर में विशेष व्यावसायिक पाठ्यक्रम, एमबीए और पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रम के लिए एक मंच प्रदान करने की प्रतिबद्धता जताई गई है ताकि रियल एस्टेट के क्षेत्र में अत्याधुनिक नौकरियां पैदा की जा सके।
इस साझेदारी पर जानकारी देते हुए सेवमैक्स ग्रुप के
मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं समूह संस्थापक रमन दुआ ने कहा, “हमारा उद्देश्य रियल एस्टेट उद्योग में आने वाली पीढ़ी के लिए रोजगार के अवसरों को बढ़ाना है। हम रियल एस्टेट के क्षेत्र में अपने बहुमूल्य अनुभवों और ज्ञान, अगली पीढ़ी को प्रदान करना चाहते हैं और छात्रों को रियल एस्टेट उद्योग की जरूरतों को पूरा करने के लिए डिजाइन किए गए व्यवसायिक शिक्षा के माध्यम से रियल एस्टेट उद्योग में कदम रखने के लिए प्रोत्साहित करना चाहते हैं। रियल एस्टेट भारत में रोजगार पैदा करने वाला दूसरा सबसे बड़ा क्षेत्र है। कुछ शोध बताते हैं कि रियल एस्टेट उद्योग 2023 के अंत तक लगभग 80 मिलियन लोगों को रोजगार देगा। और इस साझेदारी से जो शिक्षा दी जाएगी उससे भारत के छात्रों को इस क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करने में मदद मिलेगी।
लैमरिन टेक स्किल यूनिवर्सिटी, पंजाब के कुलाधिपति डा. संदीप सिंह कौरा ने विकसित होते इस तकनीक के युग में बाजार आधारित एवं नौकरी उन्मुख व्यावसायिक पाठ्यक्रम की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा, “हमें रियल एस्टेट उद्योग में अपने आजीविका को बढ़ाने में रुचि रखने वाले छात्रों के लिए पहला और अनूठा व्यवसायिक कोर्स शुरू करने पर हमे गर्व है। हम समय की जरूरत को समझते हैं और आधुनिक समय की मांग के अनुसार अगली पीढ़ी को कौशल विकास के महत्व को समझना चाहते हैं। ऐसा करने के लिए हमने छात्रों को रियल एस्टेट उद्योग में बाजार विशेषज्ञ बनने और वैश्विक अवसरों से भरे आजीविका का हिस्सा बनने के लिए बाजार के विशेषज्ञों और सेव मैक्स ग्लोबल एजुकेशन के साथ सहयोग किया है।
एलटीएसयू,पंजाब के साथ साझेदारी में सेव मैक्स ग्लोबल एजुकेशन द्वारा पेश किए जाने वाले व्यवसायिक शिक्षा में 60 सीटों के साथ रियल एस्टेट में विशेषज्ञता हासिल करने के लिए 2 वर्ष का एमबीए डिग्री प्रोग्राम और 120 सीटों के साथ एक वर्ष का पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा पाठ्यक्रम शामिल है। रियल एस्टेट में पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए पात्रता स्नातक की उपाधि होगी और प्रदर्शन एवं योग्यता के आधार पर छात्रों का चयन किया जाएगा। जबकि एमबीए डिग्री के लिए उम्मीदवारों को प्रवेश स्तर की परीक्षा के माध्यम से चयन किया जाएगा। इसके बाद समूह चर्चा एवं साक्षात्कार होगा। इसके लिए भी उम्मदवारों को किसी भी स्ट्रीम में स्नातक होना जरूरी है।