सोने-चांदी की कीमतों में वृद्धि और गिरावट के पीछे वैश्विक कारणों के साथ-साथ सर्राफा बाजार के खिलाड़ियों की शॉर्ट कवरिंग-लंबी अनवाइंडिंग की वजह से हलचल मच गई है। होलाष्टक से पहले स्थानीय बाजार में मांग में भी भारी कमी के कारण सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट शुरू हो गई है।
आगामी 26 फरवरी से होलाष्टक शुरू हो जाएगा। वसंत पंचमी के बाद शादियों का सीजन खत्म होने वाला है। एनआरआई सीजन भी अब पूरा हो जाएगा। होलाष्टक से मांगलिक अवसरों पर निर्वात विराम लग जाएगा। भीषण गर्मी में शुरू होगी विद्यार्थियों की वार्षिक परीक्षा भी शुरू होने वाली है। ऐसे कई कारणों से स्थानीय बाजार में सोने और चांदी की मांग घटी है।
अलकापुरी इलाके के जौहरी सौरभ नवीनभाई सोनी के मुताबिक सोमवार, 20 फरवरी को 24 कैरेट 10 ग्राम सोने की कीमत करीब 58,500 रुपये थी। लेकिन कुछ दिनों पहले सोने की कीमत 60,900 रुपये के स्तर को पार कर गई थी। वहीं, सोमवार को 1 किलो चांदी की कीमत 67,900 रुपये हो गई, जो कुछ दिन पहले 70,150 रुपये के स्तर को भी पार कर गई थी। जबकि, जौहरी गिरीश गांडेविकर ने उल्लेख किया कि इस उम्मीद के बाद कि फेडरल बैंक ऑफ अमेरिका ब्याज दर में वृद्धि करेगा, सोने और चांदी की कीमतों में शेयर बाजार की तरह उतार-चढ़ाव जारी रहेगा।