Pahaad Connection
Breaking News
Breaking Newsउत्तराखंडदेश-विदेश

किसानों की आय में वृद्धि और सतत कृषि का मार्ग प्रशस्त कर रहा इफको

Advertisement

देहरादून। विश्व की नंबर 1 प्रसंस्कृत उर्वरक सहकारी समिति इफको देश के लिए सतत कृषि का मार्ग प्रशस्त कर रहा है। रासायनिक उर्वरक के उपयोग को कम करने के उद्देश्य से इफको ने दुनिया का पहला नैनो उर्वरक, इफको नैनो यूरिया (लिक्विड) विकसित किया जो सतत कृषि की दिशा में एक बड़ा कदम है। इफको के नैनो यूरिया को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘आत्मनिर्भर कृषि’ पहल को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होगी। वर्ल्ड कोऑपरेटिव मॉनिटर रिपोर्ट द्वारा इसे दुनिया की शीर्ष 300 सहकारी समितियों (प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद पर किए गए कारोबार के आधार पर) में पहला स्थान दिया गया है। इफको की शुरुआत वर्ष 1967 में केवल 57 भारतीय सहकारी समितियों द्वारा भारतीय किसानों की बेहतरी और देश के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की गई थी। पिछले 57 वर्षों में, इफको भारतीय किसानों को उत्कृष्ट कृषि-सेवाएं और अच्छी गुणवत्ता वाले किफायती मृदा पोषण प्रदान करके इस उद्देश्य के लिए प्रतिबद्ध रहा है। वर्ष 2023 तक इफको नैनो यूरिया (लिक्विड) की 3.26 करोड़ से अधिक बोतलों की बिक्री हो चुकी है। वर्ष 2023  में इफको नैनो डीएपी (लिक्विड) का भी लोकार्पण किया गया था। स्थानीय और वैश्विक पहुंच वाली सहकारी संस्था इफको नाइट्रोजन, फॉस्फेटिक, जैवउर्वरक, जल-घुलनशील उर्वरकों और नैनो उर्वरकों के साथ-साथ अन्य विशेष उर्वरकों की अपनी विविध रेंज के माध्यम से खाद्य उत्पादकता में वृद्धि में लगातार योगदान दे रहा है। इफको देश भर में 35,000 से अधिक सहकारी समितियों के माध्यम से 4 करोड़ किसानों से सीधे जुड़ा हुआ है।  76,000 करोड़ रुपये (वित्त वर्ष 2022-23 में) से अधिक के समूह कारोबार के साथ इफको विश्व की नंबर 1 और सबसे बड़ी प्रसंस्कृत उर्वरक सहकारी कंपनी है। इसके भारत में पांच अत्याधुनिक उर्वरक विनिर्माण संयंत्र हैं जो 95.61 लाख मीट्रिक टन उर्वरक का उत्पादन करते हैं। इफको भारत में उत्पादित लगभग 32% फॉस्फेटिक और 21% नाइट्रोजन उर्वरकों में योगदान देता है। ओमान, दुबई और जॉर्डन में संयुक्त उद्यमों के साथ इफको ने वैश्विक उपस्थिति बना ली है। उर्वरकों के अलावा, इफको ने सामान्य बीमा, ग्रामीण मोबाइल टेलीफोनी, एसईजेड और अंतरराष्ट्रीय व्यापार, खाद्य प्रसंस्करण, शहरी बागवानी, ऑर्गेनिक्स और ग्रामीण खुदरा बिक्री में ई-बाजार जैसे क्षेत्रों में विविधता लाने में सफलता पाई है। हाल ही में इफको ने किसानों को नैनो यूरिया और नैनो डीएपी के छिड़काव के लिए ड्रोन स्प्रे सेवाएं प्रदान करने के लिए इफको किसान ड्रोन की शुरुआत की है, जो देश भर में 5000 ग्रामीण उद्यमी तैयार करेगा। इसके तहत ग्रामीण युवाओं को इफको द्वारा एग्री ड्रोन दिए जाने की योजना है। एग्री ड्रोन उड़ाने के लिए ड्रोन पायलट का प्रशिक्षण भी इफको द्वारा देने की शुरुआत की जा चुकी है। इफको ने वर्षों से कॉडेंट और आईएफएफडीसी जैसी अपनी पहलों के माध्यम से सामाजिक रूप से जिम्मेदार प्रथाओं के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित की है, जिसका उद्देश्य पूरे किसान समुदाय को सशक्त बनाना है।

Advertisement
Advertisement

Related posts

अग्निवीर शहादत पर कांग्रेस का रुख गैर जिम्मेदाराना, सैन्य परंपरा हो रही बदनाम : भट्ट

pahaadconnection

कुश्ती में विवाद से भारत को बड़ा नुकसान अब इस देश को मिली एशियन चैंपियनशिप की मेजबानी

pahaadconnection

जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने की विकास कार्यों की समीक्षा

pahaadconnection

Leave a Comment